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मुंबई: शेयर बाजारों के लिए आज का दिन अच्छा नहीं था। एंजल  ब्रोकिंग लिमिटेड के प्रमुख सलाहकार अमर देव सिंह ने बताया कि सभी सेक्टरों में बिकवाली के कारण भारी गिरावट दर्ज हुई। बिकवाली के सबसे बड़े पीड़ित बैंकिंग और फाइनेंशियल सेक्टर के शेयर थे, जिसके बाद ऑटोमोबाइल, धातु और फार्मा क्षेत्रों के शेयरों में गिरावट दर्ज हुई।
एसएंडपी बीएसई सेंसेक्स सूचकांक आज 2.07% या 708 अंक गिरकर 33,538.37 अंक पर पहुंच गया, जबकि एनएसई निफ्टी-50 बेंचमार्क 2.12 प्रतिशत गिरकर 9,902 पर आ गया। दोपहर-बाद के सौदों में वित्तीय शेयरों में बिकवाली तेज हो गई और इसका दबाव ऑटोमोबाइल, धातु और फार्मास्यूटिकल्स जैसे क्षेत्रों में भी दिखा। निफ्टी बैंक इंडेक्स में 2.72 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई जबकि निफ्टी पीएसई में 1.51 प्रतिशत की गिरावट आई है।
एनएसई के टॉप गेनर्स में पीएनबी हाउसिंग (5%), डिशटीवी (4.96%), फ्यूचर रिटेल (4.98%) इंडसइंड बैंक (4.71%) शामिल हैं। एनएसई में टॉप लूजर्स में आइडिया (13.36%) भारती इंफ्राटेल (9.41%), ज़ी एंटरटेनमेंट (7.30%), एसबीआई (5.62%) शामिल हैं।
ग्लोबल मार्केट्स: वैश्विक बाजारों के लिए भी आज का दिन समान रूप से बुरा था। एशिया में 10 दिनों की सकारात्मकता खो गई और बाजार निगेटिव नोट पर बंद हुए। हांगकांग का हैंग सेंग सूचकांक 0.44 प्रतिशत और दक्षिण कोरिया का केओएसपीआई सूचकांक 0.27 प्रतिशत नीचे था। यूरोपीय बाजारों ने भी थकान के संकेत दिखाए क्योंकि निवेशकों को अपनी अर्थव्यवस्थाओं में आर्थिक सुधार की संभावनाओं पर संदेह है।
दुनियाभर के स्टॉक्स के 49-देश के इंडेक्स एमएससीआई में 0.75 प्रतिशत की गिरावट आई, जो पांच हफ्ते में सबसे बड़ा एक दिन का नुकसान है। जिंसों, तेल की कीमतों में गिरावट दर्ज हुई क्योंकि अमेरिका के कच्चे माल की इन्वेंट्री में रिकॉर्ड बिल्ड-अप के कारण गिरावट दर्ज की गई। यूएस फेडरल रिजर्व से अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए निगेटिव आउटलुक बयान से भी कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट आई है। यूएस फेड के अनुसार दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था इस साल 6.5 प्रतिशत से कम होगी। केंद्रीय बैंक ने ट्रेजरी में $80 बिलियन / माह की मौजूदा गति से बॉन्ड की खरीद और एजेंसी व बंधक समर्थित प्रतिभूतियों में $40 बिलियन / माह की मौजूदा गति को कायम रखने का वादा किया है।

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