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मुंबई : ब्रेनली के सर्वे में यह बात सामने आई है कि भारतीय अभिभावक और छात्रों इस लॉकडाउन के दौरान रोजमर्रा के कामों और पढ़ाई में एक-दूसरे की मदद कर रहे हैं। ब्रेनली में छात्र इस बात को पसंद कर रहे हैं! छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के लिए विश्व के सबसे बड़े ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म ने भारतीय यूजर पर ‘पैरेंटिंग एंड हायब्रिड लर्निंग ड्युरिंग कोविड-19’ सर्वे किया। 2,138 उम्मीदवारों के इस इस सर्वे में कई उत्साहवर्धक नतीजे सामने आए हैं। 
सर्वे में शामिल 87.5 फीसदी की बड़ी संख्या में छात्रों ने माना कि वे लॉकडाउन के दौरान अपने अभिभावकों की मदद कर रहे हैं। इसके अलावा 85.1 फीसदी छात्रों ने घर में रहते हुए अपने अभिभावकों से कोई न कोई नई स्किल सीखी है। शिक्षा के लिए स्कूल न जाने के कारण छात्रों को अवश्य ही अन्य गतिविधियों के लिए समय मिला है। यह उन्हें नई स्किल सीखने में भी मदद कर रहा है। इसमें घर में रहते हुए पढ़ाई में ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म के सहयोग को नजरंदाज नहीं किया जा सकता है। इसका दूसरा पहलू यह भी है कि ज्यादा समय मिलने के कारण 82.3 फीसदी बच्चे अभिभावकों के साथ समय व्यतीत कर रहे हैं।
यह ट्रेंड बच्चों की अभिभावकों की मदद करने तक सीमति नहीं है, बल्कि यह अन्य तरह से भी काम कर रहा है। भारतीय अभिभावक तेजी से बच्चों की पढ़ाई में अपनी भागीदारी बढ़ा रहे हैं। 85.2 फीसदी ब्रेनली यूजर ने माना कि पढ़ाई में उनके अभिभावकों की भागीदारी मददगार रही है। लगभग तीन-चौथाई ब्रेनली यूजर 74.1 फीसदी ने कहा कि वे घर में रहते हुए अभिभावकों के साथ पढ़ाई का आनंद ले रहे हैं।
जब यह पूछा गया कि क्या अभिभावक पढ़ाई को लेकर ज्यादा सख्त हैं, तो इसमं मिला-जुला रिस्पॉन्स देखने को मिला। 28 फीसदी ने कहा कि उनकी मां और 24.8 फीसदी ने कहा कि उनके पिता पढ़ाई पर करीब नजर रखते हैं, जबकि 47.3 फीसदी ने इस बारे में कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया।

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