मुंबई में हाल ही में हुए बेस्ट कर्मचारियों के हड़ताल सहित आए दिन अन्य व्यवसायपरक विभागों में होने वाले आंदोलनों के संदर्भ में गांधी विचार मंच के अध्यक्ष एवं अग्रणी समाजसेवक मनमोहन गुप्ता ने कहा है कि सरकार का काम सुव्यवस्थित रूप से प्रशासन संभालना होना चाहिए, ना कि व्यापार करना। इसलिए सरकार को व्यवसाय के लिए पब्लिक भागीदारी पर ज्यादा जोर देना चाहिए । हाल के बेस्ट में हुए हड़ताल के बाबत उन्होंने कहा कि सरकार बस चालकों और सहचालकों के लिए एक न्यूनतम वेतन निर्धारित करके उन्हें शेयर के पैमाने पर ले आए । इससे संबंधित लोग अपने लाभ और हानि के लिए सीधे जवाबदेह होंगे ।
एक अन्य विकल्प सुझाते हुए मनमोहन गुप्ता ने कहा कि सरकार अलग-अलग रूटों पर बसों के संचालन के लिए टेंडर निकाल कर उसका संचालन निजी हाथों में सौंपकर इस तरह के विवादों से बच सकती है । इससे सरकार को एक निश्चित आमदनी भी होगी और बार- बार के हड़तालों से जनता को परेशानी का सामना भी नहीं करना पड़ेगा।
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