मुंबई। सुरक्षा, गतिशीलता और संचार से संबंधित समाधान-आधारित सेवाएँ प्रदान करने वाली अग्रणी कंपनी आर्या ओम्निटॉक ने अपने सीएसआर उपक्रम ‘आर्यावन’ का शुभारंभ किया। यह एक महत्वाकांक्षी परियोजना है, जो पर्यावरणीय पुनर्स्थापन और ग्रामीण समुदायों के सशक्तीकरण को समर्पित है। इस परियोजना के अंतर्गत एक लाख वृक्षों का रोपण किया जाएगा। किसानों के लिए दीर्घकालिक आजीविका के अवसर सृजित करना, साथ ही पर्यावरणीय संतुलन और जैव विविधता के संरक्षण को बढ़ावा देना, इस पहल का प्रमुख उद्देश्य है।
कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी परेश शेट्टी के नेतृत्व में परिकल्पित ‘आर्यावन’ पहल एक सरल लेकिन प्रभावशाली विचार पर आधारित है। इसका मूल विचार यह है कि प्रौद्योगिकी का वास्तविक और सर्वोच्च उद्देश्य तभी पूर्ण होता है, जब वह उस समाज को कुछ लौटाए, जिसकी बदौलत उसका अस्तित्व बना हुआ है। पुनरुत्पादक, दीर्घकाल तक टिकने वाला और जीवनदायी कुछ सृजित करने की भावना को ही ‘वन’ शब्द अभिव्यक्त करता है, जो इस पहल का सार है। ‘आर्यावन’ के अंतर्गत वृक्षारोपण, स्थायी कृषि पद्धतियाँ, पर्यावरण संरक्षण और आजीविका विकास पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, तथा किसानों के लिए नए अवसरों के सृजन को प्राथमिकता दी जाएगी।
आर्या ओम्निटॉक को ‘आर्यावन’ के लिए प्रेरणा इस दीर्घकालिक प्रतिबद्धता से मिली, जो नवोन्मेषी प्रौद्योगिकी के माध्यम से अधिक सुरक्षित और जुड़े हुए समुदाय बनाने में निहित है। पिछले कुछ वर्षों में कंपनी ने यह भी समझा है कि प्रगति पर्यावरण को नुकसान पहुँचाकर नहीं होनी चाहिए, यह उसकी एक गहरी जिम्मेदारी है। इसी सोच के तहत, प्रौद्योगिकी में उन्नति और पर्यावरणीय उत्तरदायित्व के बीच सामंजस्य स्थापित करने वाले सेतु के रूप में ‘आर्यावन’ की परिकल्पना की गई है।
आर्या ओम्निटॉक और सिंटेल बाय अरविंद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी परेश शेट्टी ने कहा, 'आर्यावन’ मानो आर्या ओम्निटॉक का हरित हृदय है। नवाचार, जिम्मेदारी और राष्ट्रनिर्माण, ये हमारे मूल मूल्य इस पहल में स्पष्ट रूप से प्रतिबिंबित होते हैं। जिस प्रकार हमारी विभिन्न समाधान-आधारित सेवाएँ समुदायों को अधिक सुरक्षित बनाती हैं, उसी भावना के साथ ‘आर्यावन’ प्रकृति के संरक्षण और प्रकृति के निकट रहने वाले लोगों को सशक्त बनाने के लिए कार्य करेगा। हमारे लिए सुरक्षा और सततता एक-दूसरे से अलग नहीं हैं। वास्तव में, एक सुरक्षित भविष्य वही है जो पर्यावरणीय रूप से सुदृढ़ और सामाजिक रूप से समावेशी हो।”
लगभग २,००० वृक्षों के प्रारंभिक रोपण के साथ ‘आर्यावन’ की शुरुआत की गई। यह कार्यक्रम स्थानीय समुदायों, किसानों तथा ज़मीनी स्तर पर कार्यरत स्वयंसेवी संगठनों के सहयोग से कार्यान्वित किया गया। वृक्षारोपण की यह पहल पर्यावरणीय आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए एक सुव्यवस्थित और योजनाबद्ध तरीके से की जा रही है। विशेष रूप से उन क्षेत्रों को प्राथमिकता दी जा रही है, जहाँ नया हरित आवरण मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार कर सकता है, जल-संरक्षण क्षमता बढ़ा सकता है और किसानों की आजीविका को सशक्त बना सकता है।
इस संदर्भ में कंपनी की रणनीति दीर्घकालिक और अत्यंत महत्वाकांक्षी है। आने वाले कुछ वर्षों में १,००,००० वृक्षों के रोपण का संकल्प लिया गया है। इस पहल को केवल कंपनी के संसाधनों तक सीमित न रखते हुए, इसमें कर्मचारियों, ग्राहकों और भागीदारों को भी सक्रिय रूप से सहभागी बनाया जाएगा। सामुदायिक अभियानों के आयोजन तथा “एडॉप्ट-ए-ट्री” जैसे सहभागिता मॉडल्स के माध्यम से इस लक्ष्य को प्राप्त किया जाएगा। प्रत्येक हितधारक की भागीदारी से एक अधिक हरित और अधिक सुदृढ़ भारत के निर्माण की सामूहिक आंदोलन खड़ा करना ही आर्या ओम्निटॉक का उद्देश्य है।
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