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मुम्बई। केमेक्सिल (केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा स्थापित बेसिक केमिकल्स, कॉस्मेटिक्स एंड डाइज़ एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल) के 47 वें निर्यात
पुरस्कार समारोह में केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल भी शामिल हुई और इस तरह उन्होंने पुरस्कार समारोह की गरिमा को बढ़ाया।
केमेक्सिल ने वित्त वर्ष 23 के लिए ऑर्गेनिक और इनऑर्गेनिक रसायन क्षेत्र के 30 अरब अमेरिकी डॉलर के निर्यात को पार कर लिया है, जिसमें से 27 अरब अमेरिकी डॉलर का निर्यात अप्रैल 2022 से फरवरी 2023 तक हासिल किया गया। केमेक्सिल ने उभरते हुए बाजारों में निर्यात पर ध्यान केंद्रित करने का निर्णय किया है। इसने रिन्यूएबल कैमिकल्स को नाम दिया ‘ग्रीन केमिकल्स’, साथ ही, जैव आधारित स्पेशिलिटी कैमिकल्स और रिन्यूएबल कैमिकल्स के तौर पर भी पहचान प्रदान की है।
केमेक्सिल के अध्यक्ष एस जी मोकाशी ने परिषद की बैठक के अवसर पर इन महत्वपूर्ण निर्णयों की जानकारी दी। इस मौके पर सम्मानित अतिथि के तौर पर केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल भी मौजूद रहीं। साथ ही, पद्म भूषण प्रोफेसर एम. एम. शर्मा; उपाध्यक्ष अभय उदेशी; पूर्व अध्यक्ष, अजय कडाकिया; डॉ. सतीश वाघ, केमिकल पैनल के अध्यक्ष; एस.जी भरादी, एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर; काउंसिल ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन (सीओए) के सम्मानित सदस्य, सम्मानित पुरस्कार विजेता, व्यापार और उद्योग के अग्रणी लोग भी शामिल हुए।
केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने इस अवसर पर कहा, ‘‘यह वास्तव में बहुत खुशी की बात है कि केमेक्सिल बेसिक कैमिकल्स, डाई और डाई इंटरमीडिएट्स, कॉस्मेटिक्स, केस्टर ऑयल और स्पेशिलिटी कैमिकल्स आदि के उत्कृष्ट निर्यातकों को सम्मानित करने के लिए 47वें निर्यात पुरस्कार समारोह का आयोजन कर रहा है। केमेक्सिल निर्यात उन्मुख नीतियों के निर्माण में उद्योग और भारत सरकार के साथ विचार-विमर्श के लिहाज से एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और रसायनों के निर्यात को बढ़ाने के लिए निर्यात अनुकूल वातावरण बनाता है। इस तेजी से बदलती दुनिया में आगे अनेक चुनौतियां हैं और सरकार से निरंतर नीति समर्थन के साथ, परिषद और उद्यमी निर्यातक समुदाय निश्चित रूप से कायम रहेंगे और निर्यात वृद्धि की इस बढ़ी हुई गति को भी पार करेंगे।’’
इस अवसर पर उन्होंने उत्कृष्ट निर्यात प्रदर्शन के लिए सभी पुरस्कार विजेताओं को बधाई दी और अपने सदस्यों की सफलता के लिए केमेक्सिल को भी शुभकामनाएं प्रदान की।
31 मार्च 2023 को, केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने नई विदेश व्यापार नीति 2023 जारी की थी। नई विदेश व्यापार नीति को बेहद प्रगतिशील माना गया है और इसे उद्योग की जरूरतों को पूरा करने के लिए संशोधन करने के लिहाज से भी खुला रखा गया है।
केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने एक संदेश में कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गतिशील नेतृत्व में भारत बेसिक कैमिकल्स, डाई और डाई इंटरमीडिएट्स, कॉस्मेटिक्स, एग्रोकैमिकल्स, केस्टर ऑयल, कैमिकल्स और पेट्रोकैमिकल्स के क्षेत्र में एक प्रतिष्ठित और विश्वसनीय निर्माता और एक अंतरराष्ट्रीय आपूर्तिकर्ता के रूप में उभरा है।
रसायन और पेट्रो रसायन क्षेत्र में भारत को एक वैश्विक विनिर्माण केंद्र में बदलने की क्षमता है।
यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विश्व के लिए मेक इन इंडिया के दृष्टिकोण के अनुरूप है। मुझे विश्वास है कि केमेक्सिल निर्यात को प्रोत्साहित करने और अतीत में प्राप्त निर्यात वृद्धि को पार करने की सरकार की प्रतिबद्धता को पूरा करने में एक प्रेरक के रूप में कार्य करना जारी रखेगा। मैं निर्यातकों से आग्रह करता हूं कि वे अपने उत्पादन को बढ़ाकर और घरेलू और वैश्विक बाजार की आवश्यकताओं के अनुरूप अपनी उत्पाद रेंज में विविधता लाकर उभरते हुए व्यावसायिक अवसरों का उपयोग करें। मैं सभी पुरस्कार विजेताओं को हमारे समग्र निर्यात को बढ़ावा देने में
उनके बेहतर और मजबूत प्रयासों के लिए बधाई देता हूं और केमेक्सिल के लिए उसके भविष्य के प्रयासों में सफलता की कामना करता हूं।’’
 केमेक्सिल के चेयरमैन एस. जी. मोकाशी ने कहा, ‘‘केमेक्सिल ने नई विदेश व्यापार नीति का स्वागत किया है, जो व्यापार को और अधिक सुविधाजनक बनाने, विनिर्माण को बढ़ावा देने, निर्यात को बढ़ावा देने के साथ-साथ व्यापार करने में आसानी को भी संभव बनाने के लिहाज से महत्वपूर्ण है। साथ ही, इसे भारतीय रुपये को ग्लोबल करेंसी बनाने और वैश्विक व्यापार केंद्र के रूप में भारत
के उभरने की दृष्टि से भी तैयार किया गया है।’’
उन्होंने आगे कहा, ‘‘नीति ने चिन्हित उत्पादों और सेवाओं को बढ़ावा देने के लिए राज्य और जिला स्तर पर एक इंस्टीट्यूशनल मैकेनिज्म बनाने के लिए भी पहल की है, जो एमएसएमई को बढ़ावा देने और अर्थव्यवस्था के सभी क्षेत्रों में रोजगार के सृजन में मदद करेगा। आज हमारा देश दुनिया भर की कंपनियों के लिए पसंदीदा मैन्यूफेक्चरिंग डेस्टिनेशन बन गया है। महामारी के दौरान सप्लाई चेन के लिहाज से आए बदलाव ने वास्तव में विश्व बाजार में भारतीय आपूर्तिकर्ता के लिए दरवाजे खोल दिए हैं।’’
श्री मोकाशी ने आगे कहा, ‘‘हरित विकास इस वर्ष के केंद्रीय बजट में प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में से एक है। हरित ईंधन, हरित ऊर्जा महत्वपूर्ण घटकों में से एक है। मैं यहां यह भी कहना चाहूंगा कि जैव आधारित विशेष रसायन और नवीकरणीय रसायन में उत्कृष्ट विकास की संभावनाओं के साथ भारत का भविष्य नजर आ रहा है। घटते जीवाश्म ईंधन और बढ़ते ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन जैव सामग्री की आवश्यकता को बढ़ा रहे हैं। पर्यावरण की सुरक्षा और बढ़ती मांग को देखते हुए, ग्रीन केमिकल्स नामक नवीकरणीय रसायनों की अवधारणा तेजी से लोकप्रिय हो रही है। यह अवधारणा फूड प्रोसेसिंग, फार्मास्यूटिकल्स, कपड़ा, निर्माण और कोटिंग क्षेत्रों में बाजार हिस्सेदारी
हासिल कर रही है। केमेक्सिल के सदस्य भी इन दिशाओं में काम कर रहे हैं।

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