वसई। कोरोना की दूसरे लहर की मार पहले की अपेक्षा तीव्र है। इस लहर में अनेकों ने अपनी जान गवां दी है। कोरोना के कारण मृतक युवाओं की संख्या काफी है। कई बच्चों ने अपने अभिभावकों को खो दिया है। वसई-विरार मनपा ने ऐसे छोटे बच्चों की जिम्मेदारी उठा उनके भविष्य को संवारने के लिए आगे आई है। कोरोना के कारण अभिभावकों को गंवाने वाले बच्चों को मनपा एक निश्चित राशि प्रति वर्ष अनुदान के रूप में देगी। बहुजन विकास आघाडी की सत्ता वाली मनपा के इस उपक्रम के पीछे ‘बविआ’ के अध्यक्ष विधायक हितेंद्र ठाकुर की यह संकल्पना है।
कोरोना के कठिन समय में वसई-विरार मनपा की सीमा में लोगों के लिए बहुजन विकास आघाडी की ओर सभी आवश्यक मदद की गई है। मुफ्त अनाज और भोजन उपलब्ध कराने से लेकर दवाईयों के छिड़काव, मरीजों को दवाईयां और उनके परिवार के लोगों के रहने का इंतजाम सहित विभिन्न कार्य किया है।
गौरतलब है कि सेलेब्रिटी सोनू सूद ने कोरोना के कारण अनाथ हुए और मां-बाप में से एक को खो चुके बच्चों की शिक्षा और पालनपोषण को लेकर चिंता जताई थी। बहुजन विकास आघाडी के अध्यक्ष विधायक हितेंद्र ठाकुर को भी यह सब बातें परेशान कर रही थी। उसके बाद उन्होंने विधायक क्षितिज ठाकुर, पूर्व महापौर प्रविण शेट्टी से चर्चा कर ऐसे बच्चों के लिए ठोस योजन तैयार करने का निर्णय लिया। इस निर्णय को वसई-विरार मनपा का साथ मिलने पर प्रशासकीय स्तर पर भी इस योजना को बल मिला है।
विधायक क्षितिज ठाकुर ने इस बारे में कहा कि कोरोना काल मे सबसे अधिक नुकसान छोटे बच्चों का हुआ है। उनकी शिक्षा और मानसिक स्वास्थ्य की समस्या तो है कि पर साथ साथ, कई छोटे बच्चों के पिता और किसी किसी के दोनों अभिभावक गुजर गए हैं। उनकी भविष्य की चिंता है। हम इन बच्चों को ऐसे ही नहीं छोड़ सकते। यह बच्चे अब बहुजन विकास आघाडी की जिम्मेदारी हैं। इस बारे में मनपा के अधिकारियों से चर्चा हुई और मनपा आयुक्त सतीश लोखंडे ने भी हमारी भावना को समझते हुए एक ठोस योजना बनाई।
अब वसई-विरार महानगर पालिका बहुजन विकास आघाडी की मदद से इन अनाथ बच्चों को प्रति वर्ष 24 हजार रुपए अनुदान देगी। यह पैसे बच्चों की शिक्षा पर खर्च किया जाएगा। कोरोना के कारण अनाथ हुए बच्चों की इस तरह की मदद देने वाली वसई-विरार मनपा देश की पहली मनपा है।
पूर्व महापौर प्रवीण शेट्टी ने कहा कि इन बच्चों की शिक्षा और पालन पोषणा के साथ साथ उन्हें नया परिवार मिल पाएगा क्या इस बात की भी जांच की जाएगी। इस दृष्टिकोण से भी बहुजन विकास आघाडी प्रयत्न करेगा। बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य की चिंता करना अत्यावश्यक है। इसके लिए उन्हें संतुलित आहार के साथ साथ खुशहाल माहौल आदि पर जोर दिया जाएगा।
क्षितिज ठाकुर ने कहा कि किसी भी परिस्थिति में हमारे बच्चे एकांकी नहीं पड़ेंगे। यह हमारी तरफ से बच्चों के पालकों को वचन दिया जाता है।
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