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मुंबई : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प पिछले हफ्ते कोरोनावायरस पॉजिटिव पाए गए और उन्होंने स्पीडी रिकवरी की है। एंजल ब्रोकिंग लिमिटेड के रिसर्च नॉन एग्री कमोडिटी एंड करेंसी एवीपी प्रथमेश माल्या ने बताया के इस समाचार ने पीली धातु की अपील को दरकिनार करते हुए कच्चे तेल और बेस मेटल की कीमतों को कुछ समर्थन दिया है। हालांकि, डॉलर में मजबूती से सोने की कीमतों में तेजी रही। कोरोना राहत पैकेज से जुड़ी उम्मीदों ने कच्चे तेल की कीमतों का समर्थन किया। इसी समय, कोविड-19 मामलों की दूसरी लहर की वजह से औद्योगिक धातु की कीमतों में गिरावट आई। 

सोना: डॉलर के भाव ऊंचे रहने के कारण सोने में 0.75% की तेजी रही और यह 1912.9 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुआ। अमेरिका में हाउस स्पीकर नैंसी पेलोसी और ट्रेजरी सेक्रेटरी स्टीवन मेनुचिन ने दोनों पक्षों के बीच के मतभेदों को दूर करने के लगातार प्रयास किए। अतिरिक्त अमेरिकी स्टिमुलस को लेकर निवेशकों में आशावाद ने पीली धातु की कीमतों को कम कर दिया।

हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के डिस्चार्ज होने की खबरों से सोने की कीमतों में गिरावट आई। सितंबर में चीन की औद्योगिक गतिविधियों में तेजी आई। इसने सोने में बढ़त को सीमित कर दिया। इसने विदेशी मांग में सुधार दिखाया और इससे निवेशकों की जोखिम की भूख बढ़ी है। दुनियाभर में कोविड-19 मामलों में तेजी से बढ़ोतरी और अमेरिकी डॉलर में गिरावट से सोने की कीमतों को समर्थन मिल सकता है। इसकी कीमतें आज के सत्र में अधिक होने की उम्मीद है।

कच्चा तेल: राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की स्पीडी रिकवरी के बाद निवेशकों के बीच आशावाद के कारण डब्ल्यूटीआई क्रूड की कीमतें 5.8% बढ़ीं और 39.2 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुईं। अमेरिका में अतिरिक्त कोरोना राहत पैकेज की उम्मीद ने कच्चे तेल की कीमतों का समर्थन किया। यूनियन और नॉर्वे के ऑयल एसोसिएशन के बीच मजदूरी को लेकर बातचीत विफल रहने से शुरू हुई हड़ताल के कारण छह नॉर्वेजियन ऑफशोर ऑयल और गैस क्षेत्र बंद हो गए।

कोविड-19 मामलों के फिर सामने आने और दुनिया की महत्वपूर्ण अर्थव्यवस्थाओं में लॉकडाउन का दूसरे दौर शुरू होने से क्रूड आउटलुक भी कमजोर हो गया। ओपेक कमजोर तेल मांग का मुकाबला करने के उपाय के तौर पर जनवरी 2021 से तेल उत्पादन बढ़ाने की इच्छा नहीं रखता। कमजोर डॉलर क्रूड ऑयल की कीमतों को समर्थन कर सकता है। तेल की कीमतों में आज के सत्र में एमसीएक्स पर घट-बढ़ रहने की उम्मीद है।

बेस मेटल: दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में कोविड-19 वायरस की दूसरी लहर के बीच अधिकांश बेस मेटल्स एलएमई पर लाल रंग के साथ बंद हुईं। चीन में छुट्टी के कारण कमजोर मांग से कीमतों में और गिरावट देखी गई। हालांकि, कोरोनॉवायरस से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की स्पीडी रिकवरी की खबरों ने औद्योगिक धातु की कीमतों में कुछ समर्थन बढ़ाया।

सितंबर 2020 में चीन की औद्योगिक गतिविधियों में तेज वृद्धि ने विदेशी मांग और उद्योग-संचालित विकास में अपना महत्व दिखाया। नेशनल ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स की रिपोर्ट के अनुसार चीन का ऑफिशियल पर्चेज मैनेजर्स इंडेक्स सितंबर 2020 में 51.5 पर था।

कॉपर: एलएमई कॉपर 0.37% कम होकर बंद हुआ और कोविड-19 मामलों में भारी वृद्धि के रूप में 6528.5 डॉलर प्रति टन पर बंद हुआ, जिसने दुनियाभर में लाल धातु की मांग को कमजोर किया। हालांकि, यू.एस. की ओर से अतिरिक्त राहत पैकेज की उम्मीद और गिरते हुए डॉलर की वजह से औद्योगिक धातुओं को समर्थन मिल सकता है। कॉपर की कीमतें आज के सत्र में एमसीएक्स पर अस्थिर कारोबार की उम्मीद है।

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