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मुम्बई। अभिनेता फैज़ल खान ने सन 1994 में फ़िल्म 'मदहोशी' से बतौर हीरो बॉलीवुड में अभिनय शुरु किया था। उसके बाद उन्होंने बॉर्डर हिंदुस्तान का, चाँद बुझ गया, बस्ती, चुनार दास्तान ए इश्क, दुश्मनी जैसी कई फिल्मों में अभिनय किया।
आखरी बार फैज़ल खान ने सन 2000 में प्रदर्शित फ़िल्म 'मेला' में शंकर शाने की भूमिका में दर्शकों का मनोरंजन किया था। अब 19 साल के लंबे अंतराल के बाद फिल्म 'फैक्ट्री' में उनकी धमाकेदार वापसी होने जा रही है। इस फ़िल्म से वे बतौर निर्देशक भी शुरुआत कर रहे हैं तो वहीं मुख्य भूमिका निभाते हुए गीत भी गाये हैं।

 इस फिल्म के बारे में फैज़ल का कहना है कि कहानी को सुनने और इसकी क्षमता को देखने के बाद मेरी दिलचस्पी तुरंत बढ़ गई।
 इस फ़िल्म की स्क्रीनप्ले और स्क्रिप्ट तैयार होते होते मेरी रुचि बढ़ती गई और जुड़ता चला गया। निर्देशक का विज़न सबसे महत्वपूर्ण पहलू है। किसी कहानी को फ़िल्म का स्वरूप देने में असाधारण प्रतिभा का परिचय देना पड़ता है। गंभीरतापूर्वक पूरी तरह से ध्यान केंद्रित करने के साथ साथ कई निर्णय लेने पड़ते हैं। एक अभिनेता के रूप में अपने चरित्र में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना पड़ता है लेकिन एक निर्देशक के रूप में फिल्म के हर पहलू पर ध्यान केंद्रित करना पड़ता है।
शूटिंग से पहले प्री-प्रोडक्शन और शूटिंग के बाद पोस्ट-प्रोडक्शन तक सावधानीपूर्वक सब योजना बनाई जाती है। वेशभूषा और शूटिंग से जुड़ी सारी वस्तुओं का शॉट ब्रेकडाउन बनाने के बाद अपने कैमरामैन के साथ शॉट डिवीजन भी महत्वपूर्ण कार्य है। फैज़ल ने सभी कलाकारों के साथ अपने घर पर वर्कशॉप किया। जिसके परिणाम स्वरूप संतोषजनक शूटिंग प्रक्रिया रही है।
फैज़ल की एक महत्वपूर्ण सोच है कि एक निर्देशक को फिल्म के संपादन के बाद खुद को इससे अलग कर एक दर्शक के दृष्टिकोण से उसके पोस्ट प्रोडक्शन के दौरान आवश्यक सुधार करने चाहिए।

 फिल्म 'फैक्ट्री' में एक रोमांटिक ट्रैक के लिए गाने के बारे में उन्होंने कहा, “मैं सालों पहले से गाता रहा हूँ। गीत की भावना पर ध्यान देना सबसे महत्वपूर्ण है। फ़िल्म के गीत "फ्राइडे हो, ड्राई डे हो.. मला दारू पाहिजे" की रिकॉर्डिंग पर बड़ा मज़ा आया, और ये गाना फिल्म की हाईलाइट है।
 फैज़ल का कहना है कि उन्होंने अपने सभी ज्ञान, अनुभव, फिल्म निर्माण की कला को इस फिल्म में डाला है और एक सुप्रीम पावर के आशीर्वाद के कारण फिल्म काफी अच्छी तरह से बन गई। ईश्वर पर उनके विश्वास के बारे में उन्होंने बताया कि गुजरात के सापुतारा में शूटिंग के दौरान जब भारी बारिश होने लगी तब शूट को रोकना पड़ा। मौसम के पूर्वानुमान में अगले दिन भी भारी बारिश की संभावना बनी। लेकिन उनकी प्रार्थना के प्रभाव से अगले दिन बारिश नहीं हुई और केवल एक दिन में शूटिंग को पैकअप किया गया। उसके बाद बारिश होने लगी।
 फैजल अपने विजन को साकार करने में पूरी टीम और निर्माताओं के विश्वास के लिए सभी की प्रशंसा करते हैं। हालाँकि, वह जानते हैं कि दर्शकों पर फिल्म का अंतिम निर्णय निहित है जो बेहद महत्वपूर्ण है। फ़िल्म में उनके ईमानदार प्रयास और भावनाओं को केवल दर्शकों की प्रतिक्रिया और प्रशंसा तय करेगी कि क्या वह उनका मनोरंजन करने में कामयाब रहे हैं?

 'फैक्ट्री' दुनिया भर में डिजिटल रिलीज होगी और निर्माता जल्द ही फ़िल्म का ट्रेलर और गाने रिलीज़ कर प्रचार प्रसार शुरू करेंगे।
 इस फिल्म में नवोदित रोली रयान की मुख्य भूमिका है साथ में राज कुमार कनौजिया, ऋभु मेहरा, शरद सिंह और आशा सिंह ने भी अभिनय किया है।

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