रविवार दिनांक 3 मई 2020 को काव्यसृजन के संस्थापक पंडित शिवप्रकाश जौनपुरी की सलाह पर प्रा. अंजनी कुमार द्वेवेदी की अध्यक्षता व बीरेन्द्र कुमार यादव के संचालन में साहित्यिक सामाजिक व सांस्कृतिक संस्था काव्यसृजन की दूसरी ऑनलाइन गोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें परिवार के बहुत से कवि-कवयित्रियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और सभी ने अपनी-अपनी रचनाओं का काव्यपाठ करके वीडियो परिवार के पटल पर भेजा। कुल मिलाकर लगभग 25 प्रतिभागियों ने इस ऑनलाइन काव्य गोष्ठी में भाग लेकर अपनी-अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। साथ-ही-साथ संस्था के ज्यादातर पदाधिकारियों ने भी बड़े जोशो-खरोश के साथ अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
ऑनलाइन काव्यगोष्ठी में काव्यपाठ करने वाले कवियों में संस्थापक पंडित शिवप्रकाश जौनपुरी, महासचिव लालबहादुर यादव कमल, कोषाध्यक्ष बीरेंद्र कुमार यादव, उपाध्यक्ष श्रीधर मिश्रा, कार्याध्यक्ष प्रा. अंजनी कुमार द्विवेदी, राजेन्द्र प्रसाद पाण्डेय, सदाशिव चतुर्वेदी, अरुण दुबे, सुधीर सिंह सुधाकर, डॉ विजय लक्ष्मी, वंदना शर्मा, शालू मिश्रा, अनिल कुमार राही, भारती त्रिपाठी, उप कोषाध्यक्ष महेश गुप्ता जौनपुरी, प्रमोद कुमार कुश तनहा,बॉलीवुड की लेखिका सुश्री नीतू पाण्डेय क्रांति, रजनीश प्रजापति, प्रज्ञा राय, कु. स्नेहल यादव, सौरभ दत्ता जयंत, सत्यवती मौर्या, अरविंद श्रीवास्तव व मिल्टन राय आदि प्रमुख रहे। कुछ रचनाकारों ने कोरोना महामारी को विषय बनाते हुए रचना पढ़ी। कुछ कवियों ने श्रृंगार व ज्वलन्त सामयिक मुद्दों पर भी अपनी-अपनी रचनाएँ पढीं। काव्यसृजन परिवार की तरफ से कोरोना नामक महामारी से बचाव के लिए मास्क पहनने, सोशल डिस्टेनसिंग का पालन करने, साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने तथा लोगों से बेवजह बिना काम के बाहर न निकलने की अपील भी की गई तथा प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करने की बात कही गई। काव्यसृजन परिवार के सभी पदाधिकारियों की तरफ से व काव्यसृजन परिवार की तरफ से इस कोरोना नामक महामारी से सम्पूर्ण विश्व की जल्द-से-जल्द मुक्ति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की गई।
अपने अध्यक्षीय भाषण में आयोजन अध्यक्ष प्रा. अंजनी कुमार द्विवेदी ने सभी रचनाकारों का उत्साहवर्धन करते हुए संक्षिप्त प्रकाश डाला और साधुवाद दिया।
कार्यक्रम संपन्न होने के बाद संस्था के महासचिव लालबहादुर यादव कमल ने सभी कवियों, श्रोताओं के प्रति हृदय से आभार ज्ञापित किया तथा इस महामारी से मृत हुए विश्व के समस्त लोगों को व हंदवाड़ा के वीर शहीदों को काव्यसृजन परिवार की तरफ से भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई व सभी को श्रद्धासुमन अर्पित किया गया। इस तरह से काव्यसृजन परिवार की दूसरी ऑनलाइन व कुल मिलाकर 86 वीं गोष्ठी बड़ी सफलतापूर्वक सम्पन्न हुई।
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