मि.प. संवाददाता /हैदराबाद
मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने आंध्रप्रदेश को खुले में शौच से पूरी तरह मुक्त करने के लिए ३१ मार्च तक का अल्टीमेटम दिया है। चंद्रबाबू नायडू ने एक जनसभा में यहां तक कह दिया कि अगर किसी गांव में शौचालय नहीं बना तो वह ऐसे घर में खुद जाकर तब तक बैठे रहेंगे जब तक कि वहां शौचालय नहीं बन जाता। पूरी रात बैठा रहूंगा
दूसरी ओर पत्रिका से तेलुगु देशम पार्टी के सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री नायडू की बात का गलत अर्थ निकाला जा रहा है। जबकि श्रीकाकुलम जिले के इच्छापुरम में एक जनसभा में मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि अगर आप शौचालय नहीं बनाएंगे, तो मैं आपके गांव आउंगा, आपके घर आउंगा। पूरा दिन आपके घर में बैठा रहूंगा, पूरी रात बैठा रहूंगा। कम से कम तब आप लोगों को मुझ पर दया आएगी। इधर, हैदराबाद में तेलुगु देशम पार्टी के स्थानीय नेता ने माना कि मुख्यमंत्री नायडू द्वारा भाषण में शौचालय नहीं बनने पर धरना देने की बात कही गई है।
२ लाख से ज्यादा घरों में शौचालय
श्रीकाकुलम जिले में आज भी आधी आबादी यानी २ लाख ३७ हजार घरों में शौचालय नहीं हैं। श्रीकाकुलम कलेक्टर को सीएम ने आदेश दिया है कि ३१ मार्च के बाद कोई भी घर शौचालय विहीन नहीं होना चाहिए। नायडू ने कहा कि अगर घर में जगह नहीं हो तो सार्वजनिक शौचालय होना चाहिए, लेकिन ३१ मार्च के बाद कोई भी खुले में शौच करता हुआ नजर नहीं आना चाहिए।
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