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शिकायत के बावजूद पुलिस की कार्यवाही नही

संवाददाता / सुलतानपुर

जहां योगी सरकार यूपी में अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए नई नई योजनाएं लागू कर रही है । वही दूसरी ओर यूपी पुलिस की उदासीनता के चलते प्रदेश में जातिवाद, अपराधिक घटनाएं और बाल विवाह की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है। इसका प्रमाण सुल्तानपुर जिले के कादीपुर पुलिस थाना क्षेत्र में देखने को मिला जहां बाल विवाह की शिकार नाबालिक लड़की की शिकायत कई बार पुलिस थाने को दिए जाने के बावजूद पुलिस वहां कार्रवाई करने को तैयार नहीं हो रही है।

यह घटना जिले के बिजेथुआ धाम के समीप स्थित नवाबाद, पाकरपुर गांव की है। जहां पर एक दयाराम गौतम नामक पिछड़ी जाति के एक शराबी पिता ने महज 17 वर्षीय अपनी नाबालिग पुत्री सुमन का विवाह दिनांक 7 जून 2019 को उसी के निवास स्थान पर कराया था। जिसकी शिकायत कई सामाजिक संगठनों ने कादीपुर पुलिस को दी थी।  परंतु इस शिकायत पर बड़ा ही बेतूका जवाब देते हुए पुलिस ने लिखित जवाब दिया कि यह घटना मुंबई से संबंधित है अतः इस बाल विवाह पर कादीपुर पुलिस द्वारा कोई भी कानूनी कार्रवाई नहीं की जा सकती।

चित्र में नाबालिग लडकी की विवाह पत्रिका

जबकि पुलिस प्रशासन को साफ तौर पर सुमन नामक नाबालिग लडकी का जन्म प्रमाण पत्र दिया गया है। जिसमें उसकी जन्मतिथि 8 जनवरी 2002 दर्शायी गई है। अत: विवाह पत्रिका में दर्शायी तारीख के मुताबिक उसका विवाह 7 जून 2019 को उस समय संपन्न हुआ जब उसकी उम्र 18 वर्ष से कम थी। बावजूद इसके कादिपुर पुलिस इस बाल विवाह का समर्थन करते हुए इस घटना पर कार्रवाई करने से इनकार कर रही है।

चित्र में नाबालिग लडकी का जन्म प्रमाणपत्र एवं स्कूल प्रमाणपत्र

उत्तर प्रदेश में पुलिस प्रशासन की इस न्याय व्यवस्था के चलते स्थानीय लोगों में भी निराशा का माहौल व्याप्त है। मिशन पत्रकारिता की ओर से भी इस घटना के संदर्भ में तत्काल कार्रवाई हेतू उत्तर प्रदेश सरकार को ज्ञापन सौपा गया है।


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