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दुर्ग। संकेत साहित्य समिति रायपुर, कोरबा एवं बिलासपुर के संयुक्त तत्वावधान में समिति के संस्थापक एवं प्रांतीय अध्यक्ष डॉ माणिक विश्वकर्मा 'नवरंग' के मार्गदर्शन में होली एवं रंगपंचमी के उपलक्ष्य में होली के विविध रंग विषयक राज्य स्तरीय ऑनलाइन काव्य गोष्ठी का आयोजन सम्पन्न हुआ। जिसमें पूरे राज्य के रायपुर, बिलासपुर, कोरबा, दुर्ग, भिलाई, रायगढ़, कोरिया, सक्ति, बलौदा बाजार, कबीरधाम, खैरागढ़, बेमेतरा, बालोद, सरगुजा आदि जिले के चालीस से अधिक कवियों एवं कवयित्रियों ने विविध विधाओं पर आधारित काव्य रस बरसाया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भाषाविद और राजभाषा आयोग के पूर्व अध्यक्ष डॉ. विनय कुमार पाठक (बिलासपुर), अध्यक्षता भाषाविद, वरिष्ठ गीतकार एवं संगीतकार डॉ चितरंजन कर (रायपुर) और विशिष्ट अतिथिगण के रूप में वरिष्ठ साहित्यकार विजय राठौर (जांजगीर), बाल साहित्यकार बलदाऊ राम साहू (दुर्ग), वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. पीसी लाल यादव (गंडई) तथा मो. यूनुस दनियालपुरी (कोरबा) उपस्थित रहे। आरंभ में जीतेन्द्र वर्मा खैरझिटिया ने माँ शारदे की वंदना के साथ कार्यक्रम का आगाज़ किया। प्रेस क्लब कोरबा के संरक्षक, एसीएन न्यूज़ कोरबा के प्रधान संपादक तथा संकेत साहित्य समिति कोरबा इकाई के अध्यक्ष कमलेश यादव ने स्वागत उद्बोधन एवं संकेत के संस्थापक डॉ. माणिक विश्वकर्मा 'नवरंग' समिति के गठन से लेकर उसकी काव्य यात्रा पर विस्तार से प्रकाश डाला। मुख्य अतिथि की आसंदी से बोलते हुए डॉ. विनय कुमार पाठक ने काव्य गोष्ठी में पढ़ी गईं रचनाओं को स्तरीय निरुपित करते हुए इसे संकेत का अद्भुत आयोजन है, कहा। अध्यक्षता कर रहे डॉ. चितरंजन कर ने बारह मास मनुष्य के अंदर होते हैं बशर्ते उनको जीना आना चाहिये कहते हुए आया- फागुन, फागुन आया, चलो प्रेम के गीत लिखें गीत का सस्वर पाठ किया। वरिष्ठ साहित्यकार विजय राठौर ने बयालीस वर्षों तक संकेत साहित्य समिति को अनवरत गति देने के लिए संस्थापक को बधाई दिया एवं समीचीन रोचक दोहे सुनाया। वरिष्ठ बाल साहित्यकार बलदाऊ राम साहू ने होली त्योहार के एकता एवं भाईचारा फैलाने वाले पक्ष कै उज़ागर किया और अपनी रचना के माध्यम से आवाहन किया कि हम भी तो नवरंग बन जाएँ होली में। छंदकार जीतेन्द्र वर्मा खैरझिटिया के कुशल संचालन में जिन रचनाकारों ने काव्य गोष्ठी में शिरकत की उनमें डॉ विनय कुमार पाठक, डॉ. चितरंजन कर, विजयकुमार राठौर, बलदाऊ राम साहू, पीसी लाल यादव, डॉ माणिक विश्वकर्मा नवरंग, यूनुस दानियाल पुरी, कमलेश यादव, डॉ. दीनदयाल साहू, राकेश खरे, जयदीप खरे, अरुण कुमार यदु, श्रवण चोरनले, दिलीप अग्रवाल, कृष्ण कुमार चन्द्रा, राजेश नितिन वस्त्रकार, राजकुमार चौधरी, ग्यानू दास मानिकपुरी, गुलशन कुमारी प्रद्युम्न, अंजना सिंह, संतोष मिरी, राजेश कुमार सोनार, असित वरुण दास, गार्गी चटर्जी, ओ.पी भट्ट, कविता जैन, गिरधारी लाल चौहान, कमलेश्वर साहू, मंजुला श्रीवास्तव, गीता साहू, सुचि भवि, वेदराम जाटवर, प्रभात, अर्चना, वर्षा यादव, रामकृष्ण, नेहा खरे, नेहा ठेठवार, सतीश खरे, प्रमोद कुमार आदित्य, अतीफ, पोखनलाल जायसवाल आदि के नाम प्रमुख हैं।कार्यक्रम के अंत में समिति की ओर डॉ. दीनदयाल साहू ने आमंत्रित अतिथियों एवं श्रोताओं के प्रति आभार व्यक्त किया। आजादी के नायक पुस्तक के संपादक दीनदयाल साहू (हरिभूमि के संपादक) भी इस कार्यक्रम में उपस्थित थे। दुग्ध महासंघ छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष आनंद शर्मा भी उपस्थित थे।
 कार्यक्रम की शुरुआत रज एकत्रित कर रज वंदन कर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वर्गीय विजय राम नायक के शताब्दी जयंती का कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। विजय राम नायक के जीवन पर आधारित उनकी पुस्तक आजादी के नायक कृति विमोचन हुआ। आजादी के नायक लेखन डॉक्टर मुक्ति राजेश बैस के द्वारा किया गया है। उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए मुख्य अतिथि विजय बघेल (दुर्ग लोकसभा सांसद) द्वारा उनके साथ बिताए हुए स्मरणीय को भाव विभोर होकर व्यक्त किया गया और बहुत ही हर्ष के साथ उनके जीवन प्रकाश डाले। 
अध्यक्षता धरसीवा विधायक अनीता योगेंद्र शर्मा द्वारा स्वतंत्रता संग्राम सेनानी को अपने धरसीवा क्षेत्र का गौरव बताएं साथ ही उन्होंने कहा कि मुझे यह अवसर पर उपस्थित होना अपने आपको गौरवान्वित महसूस हो रही है। उनके परिवार के द्वारा पूर्व माध्यमिक शाला अखरा पारा में स्थित स्कूल को स्वतंत्रता संग्राम सेनानी विजय राम नायक के नाम पर किए जाने का प्रस्ताव रखा। जिला ग्रामीण युवा अध्यक्ष अभिनेश कश्यप ने भी उनके जीवन पर प्रकाश डाले। सेनानी उत्तराधिकारी परिवार के अध्यक्ष मुरली मनोहर खंडेलवाल ने भी सेनानी के जीवन पर प्रकाश डाले। जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती डोमेश्वरी वर्मा, पूर्व विधायक देवजी भाई पटेल भी उपस्थित थे। साथ ही साथ गांव के और अन्य स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को भी शहादत दी गई। शताब्दी जयंती के अवसर पर देशभक्ति गीतों की प्रस्तुति लोक गायिका रमा दत्त जोशी की टीम एवं जाने-माने भरथरी गायिका रेखा जल छतरी के द्वारा लोक गीतों की प्रस्तुति का कार्यक्रम हुआ। 

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