मुम्बई। तंत्राचार और आध्यात्मिक गुरु डॉ गणेश दुबे ने अंधेरी, सात बंगला स्थित राजकमल सोसायटी में गायत्री महायज्ञ अनुष्ठान किया। यह सात्विक हवन और अनुष्ठान अनस्टॉपबल सेवादारी संस्था के सहयोग से किया गया।
कोरोना महामारी के कारण वृहद रूप में लोगों की आकस्मिक मृत्य, इस बीमारी से ग्रषित लोगों का विधिवत अंतिम संस्कार की क्रिया नहीं हो पाई थी, ऐसे दिवंगत सभी लोगों की आत्मा की शांति हेतु, विश्व शांति हेतु और लोगों के घर में सुख समृद्धि के विकास हेतु इस हवन और अनुष्ठान का कार्य किया गया। इस अवसर पर कोरोना महामारी में योद्धा बनकर बिना किसी भय से अनस्टॉपबल सेवादारी संस्था से जुड़े नीरज अभिचंदानी, विक्रम संतनि, कुसुम पांडेय और अन्य कुछ लोगों ने सेवा कार्य किया। जरूरतमंद लोगों तक आर्थिक और चिकित्सीय सेवा उपलब्ध कराई गई। ऐसे कोरोना योद्धा को डॉ. गणेश दुबे ने सप्रेम सम्मानित किया।
डॉ गणेश दुबे ने लोकसेवा हेतु 2013 से विधिवत सन्यास और दीक्षा ले लिया और लगातार सेवा और अनुष्ठान कर रहे हैं। उन्होंने तंत्र और अध्यात्म पर पी एचडी की उपाधि पर्याप्त की। सनातन धर्म से जुड़े कार्य का शोध और अन्वेषण के साथ प्रचार कार्य किया। अनादि शिवहरी संस्था द्वारा जन सहायतार्थ कार्य कर रहे हैं। आज भी तंत्र-मंत्र विद्या को लेकर लोगों में भ्रांति है कि यह मानव के लिए अहितकर है। ऐसी कई भ्रांतियों को डॉ दुबे ने लोगों के मन से हटाया है। डिजिटल माध्यम से भी सनातन, अध्यात्म, तंत्र मंत्र यंत्र की महत्ता और पैरानॉर्मल एक्टिविटी आदि विषयों पर लोगों के मन में उठ रहे सकारात्मक और नकारात्मक प्रक्रियाओं पर अपने उपाय, लेख और सुझाव देते हैं। प्रारंभ में डिजिटल माध्यम पर ऐसे गहन विषय पर मत रखने पर इन्हें और इनकी संस्था को कई समस्याओं का सामना करना पड़ा लेकिन वर्तमान में यह अध्यात्म और सनातन से जुड़ा इनका डिजिटल प्लेटफार्म वर्तमान का सर्वोच्च देखा जाने वाला प्लेटफॉर्म है। गायत्री महायज्ञ अनुष्ठान में डॉ दुबे ने अपने वक्तव्य रखे, हवन किया और लोगों की समस्या का निवारण किया। साथ ही अनस्टॉपबल सेवादारी संस्था से जुड़े लोगों ने इस भव्य कार्यक्रम में सहयोग दिया, आभार व्यक्त किया और प्रसाद वितरण किया।
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