वेब सीरीज समीक्षा - चार स्टार **** ( गायत्री साहू)
एम एक्स प्लेयर ओटीटी प्लेटफॉर्म पर थ्रिल से भरी वेब सीरीज़ 'डीप इन द वुड्स डेथ वारंट' रिलीज हुई है। पांच एपिसोड की बनी यह सीरीज सस्पेंस और थ्रिल का पूरा पैकेज है जिसकी कहानी भी अलग है। यह आजकल दिखाई जाने वाली वेबसीरीज जिनमें मारधाड़, अपहरण, बलात्कार, हवस, खून खराबा भरी होती है उनसे बिल्कुल अलग है। इसमें भी एक्शन है लेकिन वो अलग पहलू पर है जिसे सिरीज़ देखने पर ही महसूस होगा।
इसकी कहानी यह है कि हिमाचल प्रदेश फॉरेस्ट डिपार्टमेंट कुल्लू क्षेत्र के सीनियर फॉरेस्ट गार्ड रामलाल (सागर झा) और उनका असिस्टेंट दिवाकर जंगल का दौरा करने गए, तभी उनकी नज़र एक खूंखार भेड़िये पर पड़ती है। भेड़िये को देखते ही दोनों वहाँ से तेजी से भागते हैं मगर भेड़िये की फुर्ती के आगे रामलाल दौड़ नहीं पाता। भेड़िया रामलाल पर हमला कर देता है रामलाल को बचाने के लिए दिवाकर भेड़िये पर गोली चलाता है। घायल रामलाल, दिवाकर से हॉस्पिटल जाने के बजाय घर जाने की जिद करता है। घर पहुंचकर दिवाकर से रामलाल कहता है कि वह उसे मार दे, उसकी यह बात दिवाकर के समझ के परे थी। फिर रामलाल खुद को गोली मार आत्महत्या कर लेता है। इस घटना से बेसुध दिवाकर सारी जानकारी अपने ऑफिसर को देता है। डी एफ ओ पृथ्वी सिंह और डॉक्टर नड्डा को यह खबर मिलती है। आखिर ऐसा रामलाल ने क्यों किया ? किसी को समझ नहीं आता लेकिन डॉक्टर नड्डा को समझते देर नहीं लगती वे इससे संबंधित जानकारी डी एफ ओ पृथ्वीराज को देती है साथ ही इस समस्या को हैंडल करने के लिए ऑफिसर सोनिया चंदेल (अंकिता चौहान) को बुलाया जाता है। उनकी एक टीम तैयार होती है और जंगल का दौरा करने वो निकल पड़ते हैं। इधर जंगल में बने फारेस्ट कॉटेज में हॉरर कहानी के लेखक धवल (संजय सिंह) और उसकी पत्नी प्रिया (मोनिका चौधरी) अपने बच्चे के साथ अपनी एनिवर्सरी मनाने आये हैं। अफसर पृथ्वी सिंह, धवल से मिलकर उसे सावधान रहने की हिदायत देता है। अफसर पृथ्वी अपनी टीम के साथ भेड़िये को पकड़ने का प्लान बनाते हैं। वे सफल तो हो जाते हैं पर उनसे एक चूक हो जाती है जिसकी भारी कीमत सबको चुकानी पड़ती है। अफसर पृथ्वी को जब अपनी भूल का पता चलता है तब तक बहुत देर हो चुकी होती है। पृथ्वी कैसे इसे सुधार पायेगा? क्या धवल की फैमिली मुसीबतों में फंसती है या जैसा पृथ्वी ने हिदायत दी है उसके विपरीत कुछ होता है? असली समस्या क्या है ये फारेस्ट टीम जान पाते हैं? ये सब सीरीज देख कर ही पता चलेगा और इस वेबसीरीज़ को देखने का असली आनंद मिल पायेगा।
फिल्म का लोकेशन और फिल्मांकन बहुत ही बेहतरीन है और फ़िल्म में वीएफएक्स का भी बढ़िया प्रयोग किया गया है। फिल्म में कलाकारों ने शानदार अभिनय प्रदर्शन किया है। पृथ्वी सिंह का किरदार निभाने वाले अभिनेता यजुवेंद्र प्रताप सिंह ने एक सुलझे हुए और कड़क ऑफिसर की भूमिका बहुत अच्छे से निभाने की कोशिश की है। राइटर धवल की भूमिका में संजय सिंह का अभिनय काबिले तारीफ है। सोनिया और प्रिया भी अपने भूमिका में खरे रहे। रामलाल और डॉक्टर नड्डा ने अपने अभिनय में जान डाल दिया है। अमित ने फॉररेस्ट गार्ड और विलेन दोनों भूमिका को अच्छे से ट्विस्ट लेकर निभाया है। अन्य कलाकार साधारण रहे हैं। सीरीज का गीत भी कहानी को आगे बढ़ाता है और सुनने में भी सुकून भरा है।
सुज़ाद इक़बाल खान का निर्देशन बढ़िया है। उन्होंने सीरीज की गति में बैलेन्स बनाते हुए दर्शकों को बांधकर रखा है। कुल्लू की वादियों का फिल्मांकन भी लाजवाब है। पटकथा अच्छा है संवाद में और ज्यादा ग्रोथ किया जा सकता था। वहीं कहानी रोचक है।
आज कल के यूथ को यह सीरीज पसंद आएगी। यह साफ सुथरी सीरीज़ है जिसका आनंद फैमिली के साथ लिया जा सकता है। थ्रिल और रहस्य के साथ साइंस का तड़का भी ऐसी सीरीज को देखने वाले दर्शकों को अच्छा लगेगा।
सुज़ाद इक़बाल खान के निर्देशन में बनी वेब सीरीज 'डीप इन द वुड्स डेथ वारंट' के निर्माता सुज़ाद इक़बाल खान, सागर सिंह, नीरव शाह, सह निर्माता राहुल पटेल, पिंकल महाजन, धैवत प्रोडक्शन, डीओपी मोहसिन शेख, स्क्रीन प्ले - डायलॉग राइटर सागर नाथ झा, मनोज पांडे, एस आई के, संगीतकार बिश्वजीत भट्टाचार्जी बीबो, गीतकार डॉ शेखर भीकाजी पाध्येगुर्जर, कृष्णा भारद्वाज, एक्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर अनिल वसंत बाइसाने, एसोसिएट डायरेक्टर मनोज पांडेय, एडिटर मोम्ब रोका और कोरियोग्राफर कौसर शेख हैं।
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