मिरारोड के वॉक्हार्ट अस्पताल में सफल इलाज
मिरारोड - बैडमिंटन खेलते समय 12 साल के एक बच्चे का दाहिने हाथ के टूटे हुए अंगूठा सर्जरी द्वारा फिर से जोडने में डॉक्टरों को सफलता मिली है। मिरा रोड के वॉक्हार्ट अस्पताल में लड़के की बांह की सर्जरी हुई। सर्जरी करीब छह घंटे तक चली। इस अस्पताल के प्लास्टिक एंड रिकंस्ट्रक्टिव माइक्रोसर्जन डॉ. सुशील नेहटे व डॉ. लीना जैन सहित डॉक्टरों की एक टीम ने सर्जरी की और लड़के के टूटे हुए अंगूठे को फिर से जोड़ दिया।
आशीष (बदला हुआ नाम) महाराष्ट्र के पालघर जिले के बोइसर में रहने वाला सातवीं कक्षा में पढ रहा है। लॉकडाउन में मैदान बंद होने के कारण वह घर के प्रांगण में बैडमिंटन खेल रहा था। खेलते-खेलते उसका शटरकाँक पेड़ में फंस गया और वह उसे निकालने चला गया। उसी समय उसका अंगूठा तार में फंस गया और अंगूठा टूट गया। असहनीय दर्द के साथ बच्चा टूटा हुआ अंगूठा उठाकर घर लौटा। माता-पिता ने बच्चे की हालत को देखकर तुरंत अस्पताल दाखिल किया।
वॉक्हार्ट अस्पताल के प्लॉस्टिक एंड रिकंस्ट्रक्टिव माइक्रोसर्जन डॉ. सुशील नेहेते ने कहा कि किसी न किसी कारण से उंगलियों पर चोटिल लगने और टूटने के कई मामले सामने आ रहे हैं। लेकिन ऐसे में अगर तुरंत सर्जरी कर दी जाए तो शरीर से अलग हुए हिस्से को दोबारा जोड़ा जा सकता है। यदि सर्जरी में देरी हो जाती है, तो टूटे हुए क्षेत्र की कोशिकाएं मर जाती हैं। इससे टूटे हुए हिस्से को ठीक करना मुश्किल हो जाता है। हालांकि, लड़के को उसके माता-पिता केवल साढ़े तीन घंटे में अस्पताल ले आए इसलिए तुरंत इलाज किया गया।
वॉक्हार्ट अस्पताल के प्लॉस्टिक एंड रिकंस्ट्रक्टिव माइक्रोसर्जन डॉ. लीना जैन ने कहा कि २९ मई २०२१ को लड़के के हाथ की सर्जरी हुई। ऐसी स्थिति में अंगूठे को शल्य चिकित्सा से फिर से जोड़ना बहुत जरूरी है क्योंकि टूटे हुए अंगूठे के कारण रक्तस्राव अधिक होता है। ऐसे मामलों में, मरीज को अस्पताल जल्दी आना और इलाज शुरू करना आवश्यक है। साथ ही पहले अस्पताल के आपातकालीन विभाग को भी फोन करें। ताकि मरीज के आने तक अस्पताल के डॉक्टर और नर्स पूरी तरह से तैयार रहें।
डॉ. सुशील नेहेते ने कहा कि जटिल प्रत्यारोपण सर्जरी एक ऑपरेटिंग माइक्रोस्कोप का उपयोग करके की गई थी जो केवल वॉक्हार्ट अस्पताल में उपलब्ध है। सर्जरी ६ घंटे तक चली और पूरी प्रक्रिया एक माइक्रोस्कोप के तहत पीपीई पहने हुए की गई। मरीज की सेहत में सुधार होने पर ७ दिनों के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई। मरीज को फिजियोथेरपी की सलाह दी गयी है। फिजियोथेरपी से वह जल्दी दैनिक गतिविधी कर सकता है।
लड़के के पिता दिनेश शाह ने कहा, लड़के को खून से लथपथ देखकर हम बहुत डर गए थे। स्थानीय डॉक्टर को घरपर बुलाया उन्होंने हमें तुरंत वॉकहार्ट अस्पताल में भर्ती करने की सलाह दी। यहां डॉक्टर ने तुरंत ऑपरेशन कर मेरे बेटे का अंगूठा बचा लिया। अब मेरा बेटा पहले की तरह ऑनलाइन पढ़ाई कर रहा है। बच्चे के टूटे हुए अंगूठे को बचाने के लिए मैं डॉक्टर को धन्यवाद देता हूं।
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