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 मुंबई : इन दिनों बायोपिक फ़िल्में दर्शकों की पहली पसंद बनी हुई है। बायोपिक फ़िल्मों में एक समाज के ऐसे व्यक्तित्व जिनके जीवन की घटनाओं, संघर्ष और लोककल्याण के कार्य आने वाले कई वर्षों तक लोगों के लिए प्रेरणा बने किरदार को दर्शकों ने हमेशा पसंद किया है। दिगम्बरचार्य 108 आचार्य श्री विद्यासागर जी के जीवन की अभूतपूर्व घटनाओं, जनकल्याण के लिए उनके द्वारा किये गए त्याग और तपस्या को अब एक फ़िल्म के माध्यम से पूरे विश्व के सामने प्रस्तुत किया जाएगा। फ़िल्म 'मेरे जिनवर मेरे गुरुवर' का भव्य मुहूर्त मुंबई में सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर फ़िल्म के निर्माता निर्देशक सुनील आचार्य, फ़िल्म के शीर्ष कलाकार नवतेज, अंकिता लोखंडे, भाग्यश्री, गीतकार दिनेश जैन, संगीतकार विवियन रिचर्डसन, गायिका ख़ुशबू जैन, कोरियोग्राफ़र निक्की बत्रा, उद्योगपति अशोक जैन एवं मनीषा जैन, अजय जैन एवं कश्मीरा जैन, अनिल सराफ़ और नीलू सराफ़ उपस्थित थे। 

राष्ट्र-चिन्तक, कवि हृदय, गौ सेवक, त्याग व तपस्या की साक्षात् मूरत जैनाचार्य संत शिरोमणि 108 आचार्य श्री विद्यासागर की व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर आधारित बायोपिक फिल्म ‘’मेरे जिनवर मेरे गुरुवर’’ का निर्माण नाथ मूवीज़ द्वारा शकुन्तलम स्टूडियो के सहयोग से किया जा रहा है। 

फ़िल्म के मुहूर्त के साथ सुरेश वाडकर के मधुर स्वर में एक गाना भी रिकार्ड किया गया। ‘’मेरे जिनवर मेरे गुरुवर’’ एक संगीतमय फ़िल्म होगी। जिसके लिए गायक जावेद अली, कैलाश खेर, शदाब साबरी, सुरेश वाडकर, ख़ुशबू जैन के मधुर और प्रेरणादायी गीतों को तैयार किया गया है।

फ़िल्म में अभिनेता नवतेज सिंह, भाग्यश्री, अंकिता लोखंडे और गोविंद नामदेव प्रमुख भूमिकाओं में नज़र आएँगे। ‘’मेरे जिनवर मेरे गुरुवर’’ की कहानी क्षुल्लक़ धैर्यसागर जी महाराज ने लिखी है। फ़िल्म के संगीतकार विवीयन रिचर्डसन हैं और गीत दिनेश जैन एवं सुरेश त्रिवेदी ने लिखे हैं। फ़िल्म के एक्ज़ीक्यूटिव प्रोड्यूसर राजीव प्रसाद, साउंड इंजीनियर आकृति राजीव प्रसाद और चिन्मय पराडिया हैं। 

इस अवसर पर सुनील आचार्य ने कहा कि 108 आचार्य श्री विद्यासागर जी का पूरा जीवन प्रेरणादायी है। मूलरूप से दक्षिण भारतीय होने के बाद भी आचार्य जी ने हिंदी भाषा को राष्ट्रीय भाषा बनाने के लिए अपने संकल्प पर दृढ़ रहे हैं। विश्व कल्याण का संकल्प, गौ हत्या को रोकने के लिए उनका आमरण अनशन के बाद सरकार के झुकना पड़ा और गायों से भरी ट्रकों को स्वतंत्र करना पड़ा, बाद में आचार्य के नाम पर दयोदय एक्सप्रेस ट्रेन शुरू करना, सब कुछ एक फ़िल्म के माध्यम से विश्व पटल पर दिखाया जाएगा। पूरे चार वर्ष के रिसर्च और संतो से चर्चा के बाद दिगम्बर समाज पर फ़िल्म बनाने का निर्णय लिया गया। विद्यासागर जी के पूरे जीवन को दर्शाती यह फ़िल्म समाज के लिए प्रेरणाश्रोत होगी। 

’मेरे जिनवर मेरे गुरुवर’ का फ़िल्मांकन मुंबई, इंदौर, अजमेर, जयपुर, सागर के विभिन्न लोकेशंस पर किया जाएगा। फ़िल्म को सबसे पहले फ़िल्म महोत्सव में भेजा जाएगा फिर पूरे देश के सिनेमागृहों में प्रदर्शित की जाएगी।

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