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विपुल अमृतालाल शाह को फोर्स 2 के 4 साल पूरे होने पर अपनी ख़ुशी को जाया करते हुए बताया की, जॉन अब्राहम-सोनाक्षी सिन्हा स्टारर फिल्म डिमोनेटाइजेशन से अप्रभावित रही और फिर भी उन्होंने बॉक्स ऑफिस पर शानदार कमाई की।

एक्शन-थ्रिलर, फोर्स 2 की रिलीज़ के चार साल हो गए हैं और निर्माता विपुल अमृतलाल शाह जब पीछे देखते है उनके पास फिल्म से जुड़ी केवल खूबसूरत यादें हैं। अन्य उल्लेखनीय अभिनेताओं में जॉन अब्राहम, सोनाक्षी सिन्हा और ताहिर भसीन की विशेषतावाली यह फिल्म सबसे अच्छी तरह से मनोरंजक कथा, शानदार प्रदर्शन, बुडापेस्ट के विदेशी स्थानों और मनभावन अदाकारी के लिए याद की जाती है।

विपुल शाह इस फ़िल्म को लेकर अपनी यादों के बारे में बात करते हुए कहते हैं, “फोर्स 2 को बुडापेस्ट में शूट किया जाना था और यह एक महंगा प्रस्ताव था। जिस तरहा हम इसे फिल्म में माउंट करना चाहते थे, हमारे पास बजट नहीं थी। इसलिए, अभिनय देव (निर्देशक), जॉन और खुद मैने हमारी फीस छोड दी और उसे फिल्म में डालने का फैसला किया, जिस तरह से इसे बनाया जाना चाहिए था। यह एक पूरी तरह से एक अंतरराष्ट्रीय स्तर की कारवाई थी।”

“ठीक उसी तरह जब हम प्रचार अभियान के बाद फिल्म को रिलीज करने जा रहे थे, तब डिमोनेटाइजेशन हो गया था और उसी के परिणामस्वरूप, हम काफी हद तक अपने व्यवसाय से बाहर हो गए। फिल्म ने अभी भी डेमोनेटाइजेशन की परिस्थितियों में एक शानदार संख्या में काम किया है, लेकिन यह पैसा दोगुना कर सकता था और इसने उन नंबरों को किया था, मैं जॉन और अभिनय- हम सभी को हमारी फीस मिल जाती। लेकिन दुर्भाग्य से, डिमोनिटाइजेशन के कारण होनेवाले नुकसान ने हमें वह पैसा नहीं बनाने दिया जो हम बनाने वाले थे। बहरहाल, हम सभी को आज भी फिल्म पर बहुत गर्व है। कम से कम फिल्म अभी भी स्टूडियो के लिए पैसा कमा रही है,” विपुल ने आगे कहा।

फिल्म की शूटिंग के दौरान हुई एक अन्य घटना का हवाला देते हुए, विपुल ने बताया, "जॉन एक दृश्य के दौरान बहुत बुरी तरह घायल हो गए। वह एक दरवाजा तोड़नेवाले थे और उसने ऐसा किया लेकिन वह गिर गया और इससे उसके घुटने में बहुत चोट लगी। हम पहले उसे अस्पताल ले गए और डॉक्टर ने उसे शूट न करने का सुझाव दिया लेकिन उन्होने वापस आकर उनका सिक्वेन्स पूरा किया जिसे वह करनेवाले थे और वास्तव में चोट इतनी बुरी तरह से लगी थी कि जॉन को सर्जरी करनी पड़ी - एक बुडापेस्ट में और दूसरी मुंबई में। इससे उबरने में उन्हें लगभग दो महीने लगे।”

“जब हम अगस्त में शूटिंग शुरू करने के लिए बुडापेस्ट गए थे, तो यह बहुत गर्म था क्योंकि उस साल बुडापेस्ट में गर्मी थी और तापमान 40 डिग्री को पार कर रहा था। जब हमने शूटिंग पूरी की, तब तक तापमान शून्य और यहां तक कि माइनस तक गिर गया और बर्फबारी शुरू हो गई। इसलिए, हमें फिल्म को दो चरम मौसम की स्थिति में शूट करना पड़ा और यह पूरी यूनिट के लिए बहुत मुश्किल था। लेकिन अंतर्राष्ट्रीय क्रू के साथ फिल्म की शूटिंग करने में बहुत मज़ा आया और शायद फोर्स 2 बुडापेस्ट में शूट करनेवाली पहली फिल्म है जिस तरह से हमने हंगरी की सरकार की मदद से बड़े पैमाने पर शूटिंग की। यह एक अद्भुत अनुभव था,” विपुल शाह ने साझा किया।

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