मुंबई : दुनियाभर में कोरोना के मामलों में खतरनाक वृद्धि और उसकी वजह से किए जा रहे सख्त लॉकडाउन उपायों के डर ने सोने, क्रूड ऑयल की अपील को कमजोर किया। एंजल ब्रोकिंग लिमिटेड के नॉन एग्री कमोडिटी एंड करेंसी रिसर्च एवीपी प्रथमेश माल्या ने बताया कि पिछले हफ्ते अमेरिकी डॉलर को मजबूती मिली और इसकी वजह से स्पॉट गोल्ड की कीमतों में 1.2 प्रतिशत की गिरावट आई। अमेरिका में कोरोनोवायरस रिलीफ फंड पर गतिरोध ने सेफ हेवन गोल्ड की अपील घटाई।
डील करने के कई असफल प्रयासों के बाद अमेरिकी प्रशासन ने आगामी राष्ट्रपति चुनावों तक कोरोनावायरस रिलीफ फंड को स्थगित कर दिया है। कमजोर लेबर मार्केट के बावजूद अमेरिकी अर्थव्यवस्था ने 2020 की तीसरी तिमाही में रिकॉर्ड स्पीड से रिवाइवल दिखाया, जिसने पीली धातु की कीमतों पर और दबाव डाला।
हालांकि, नुकसान कोरोनोवायरस के मामलों में खतरनाक वृद्धि ने सीमित रखा और इससे ग्लोबल इकोनॉमिक आउटलुक भी संदेह के घेरे में रहा। कई देशों ने लॉकडाउन के उपायों को सख्ती से लागू किया, जिसने मार्केट में जोखिम की भूख को शांत किया और निवेशकों को सोने की ओर शिफ्ट किया। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों से पहले अमेरिकी डॉलर में मजबूती से सोने की कीमतों पर असर पड़ सकता है।
क्रूड ऑयल: पिछले हफ्ते डब्ल्यूटीआई क्रूड 10 प्रतिशत से अधिक नीचे आ गया। महामारी के असर और लीबियाई क्रूड उत्पादन में बढ़ोतरी की वजह से ऐसा हुआ। संयुक्त राज्य अमेरिका, यूरोप, और अन्य स्थानों पर कोविड-19 मामलों की रिकॉर्ड संख्या में बढ़ोतरी के बाद कीमतों में गिरावट शुरू हो गई। वायरस को काबू करने के लिए प्रतिबंध लगाने से वैश्विक आर्थिक सुधार में और ज्यादा वक्त लगने की आशंका जताई जा रही है। अमेरिकी ऊर्जा सूचना प्रशासन ने यूएस इन्वेंट्री में 4.3 मिलियन बैरल तेल बढ़ने की रिपोर्ट दी। इससे पहले के हफ्ते में क्रूड प्रोडक्शन तीन महीनों के उच्चतम स्तर पर था, जिससे इन्वेंट्री भी बढ़ती गई।
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