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मुंबई : दुनियाभर में कोरोनावायरस के मामलों में खतरनाक उछाल के साथ मजबूत होते डॉलर ने गोल्ड, क्रूड ऑयल और बेस मेटल्स की अपील को कमजोर किया है। एंजल ब्रोकिंग लिमिटेड के नॉन एग्री कमोडिटी एंड करेंसी रिसर्च एवीपी प्रथमेश माल्या ने बताया कि सोना 0.53% कम होकर 1,867.1 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुआ। अमेरिकी डॉलर की मजबूती ने डॉलर-डेनोमिनेटेड गोल्ड को अन्य मुद्रा धारकों के लिए कम आकर्षक बना दिया।      

प्रेसिडेंट ट्रम्प के प्रशासन ने कहा कि कोरोनावायरस रिलीफ फंड पर डील केवल नवंबर 2020 में होने वाले राष्ट्रपति चुनावों के बाद होगी। अमेरिका में कमजोर लेबर मार्केट के बावजूद अर्थव्यवस्था ने 2020 की तीसरी तिमाही में अच्छी गति पकड़ी। इसने सरकार की ओर से इंफ्यूज किए स्टिमुलस की भारी मात्रा को भी प्रतिबिंबित किया, जिसने पीली धातु की अपील को बढ़ाया है।

हालांकि, अमेरिकी चुनावों में अनिश्चितता के बीच अमेरिका, यूरोप और दुनिया के अन्य महत्वपूर्ण हिस्सों में कोरोना के नए मामलों के पुनरुत्थान ने सेफ हेवन गोल्ड के नुकसान को कम कर दिया। अमेरिका में अतिरिक्त प्रोत्साहन सहायता पर अनिश्चितता ने डॉलर को मजबूती दी, जिसने आगे चलकर सोने की कीमतों को कम किया। आज के सत्र में एमसीएक्स पर सोने की कीमतें कम होने की उम्मीद है।

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