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मुंबई : लीबिया में तेल उत्पादन बढ़ने और मांग में कमी का असर यह रहा कि क्रूड की कीमतें कम हो गई हैं। डब्ल्यूटीआई क्रूड 3.2% तक कम हो गया और वायरस के व्यापक प्रभाव के बीच 38.6 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ। लीबिया में क्रूड उत्पादन में रिकवरी ने तेल की कीमतों को और नीचेला दिया। एंजल ब्रोकिंग लिमिटेड के रिसर्च नॉन एग्री कमोडिटी एंड करेंसी एवीपी प्रथमेश माल्या ने बताया कि लीबिया का क्रूड आउटपुट अपने सबसे बड़े तेल क्षेत्र शरारा के शुरू होने से और बढ़ गया है। इस बीच वैश्विक मांग का आउटलुक कमजोर रहा है। इससे तेल की कीमतों में और गिरावट हो सकती है।

लीबिया के नेशनल ऑइल कॉर्प ने अपनी फेसिलिटी पर फोर्स मजूरे को हटा दिया, जिससे ग्लोबल ऑइल मार्केट में ओवरसप्लाई की चिंता बढ़ गई। यूरोप और उत्तरी अमेरिका में कोरोनोवायरस के मामलों में खतरनाक वृद्धि के कारण लॉकडाउन के उपाय मजबूत हुए, जिसने जिसने पहलेसे ही जर्जर वैश्विक तेल बाजार को और नुकसान पहुंचाया और तेल की कीमतों को और नीचे ला दिया। नए लॉकडाउन नियम लागू होने से क्रूड की मांग में और कमी आई।

इसके अलावा कोविड-19 मामलों में वृद्धि और लीबिया से आपूर्ति में वृद्धि से क्रूड की कीमतों में और गिरावट हो सकती है। आज के सत्र में एमसीएक्स पर तेल की कीमतें कम होने की उम्मीद है।

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