भायन्दर जैसलपार्क में सजी कवियों की महफिल
मुंबई : राष्ट्रीय, साहित्यिक, सामाजिक व सांस्कृतिक संस्था काव्यसृजन की ७७वीं मासिक काव्यगोष्ठी आदरणीय हौंसिला प्रसाद अन्वेषी की अध्यक्षता व सुविख्यात कवि जवाहरलाल निर्झर के कुशल संचालन में और विशिष्ठ अतिथि मशहूर शायर - गीतकार - अभिनेता प्रमोद तन्हा कुश की उपस्थिति में कवि पं. शिवप्रकाश जौनपुरी, सागर यादव जख्मी, रामकुमार वर्मा, श्रीनाथ शर्मा, विजय कुमार अग्रवाल, डॉ जे पी बघेल, जाकिर हुसैन रहबर, महेश गुप्ता जौनपुरी, बीरेन्द्र यादव, लालबहादुर यादव कमल, मुर्धन्य पुर्वांचली, शिवकुमार वर्मा, श्याम अचल प्रियात्मीय, एड. अनिल शर्मा, राम सिंह जौनपुरी, लोकनाथ तिवारी अनगढ़,बमंगेश सिंह माही, अरुण दूबे, रीतेश गौड़, विजयनाथ मिश्र, श्रीधर मिश्र, प्रमोद तन्हा कुश, हौंसिला प्रसाद अन्वेषी जवाहरलाल निर्झर, शालू मिश्रा व सुमन तिवारी ने अपने गीत गजल भजन सवइया छंदो से काव्यगोषठी में नवरस की बौछार की।
कार्यक्रम की शुरुआत विशिष्ठ अतिथि आयोजन के अध्यक्ष और संस्था के पदाधिकारियों द्वारा तुलसी पूजन कर पं. शिवप्रकाश जौनपुरी द्वारा की गई शारदा वंदना से हुई।
विशिष्ठ अतिथि प्रमोद तन्हा कुश ने काव्यसृजन द्वारा हिंदी के प्रचार प्रसार में व नवकवियों के उत्साह व लिखने की ललक पैदा करने के लिए, संस्था की व उसके पदाधिकारियों की भूरि भूरि प्रशंसा की।
अपने अध्यक्षीय उद्वोधन में हौंसिला प्रसाद अन्वेषी ने संस्था के कार्य की सराहना करते हुए शुभकामनाएं दी व कवियों की रचनाओं पर प्रकाश डाला। खासकर नव कवियों की प्रसंशा की और उन्हें साधुवाद दिया।
यह आयोजन विशेष करके संस्था के सचिव लालबहादुर यादव कमल व कोषाध्यक्ष बीरेन्द्र यादव को समर्पित रहा। इसी महीने में इन दोनो विभूतियों का जन्मदिन है। संस्था ने दोनो विभूतियों को शाल पुष्पगुच्छ देकर जन्मदिन की अग्रिम बधाई देते हुए दोनो के मंगलमय जीवन की कामना की। सभी उपस्थित कवि कवयित्रियों ने बधाई व शुभकामनाएं दी।
अंत में संस्था के सचिव लालबहादुर यादव कमल ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए अभिनंदन किया और आने वाली गोष्ठी के लिए आमंत्रित भी किया।
गायत्री साहू
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