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 मुंबई - वेस्टर्न इंडिया फिल्म प्रोडूसर्स एसोसिएशन के टर्म 2019 से 2022 के लिए एक्सक्यूटिव समिति का चुनाव 19 जुलाई को संपन्न होगा.
  एसोसिएट क्लास के कैंडिडेट फिल्म पत्रकार और निर्माता शामी एम् इरफ़ान ने बताया कि वह मुंबई हाई कोर्ट से स्टे लेंगे. क्योंकि उन पर नामंकन के दिन दिनांक 3 जुलाई को परचा भरने से लेकर अब तक प्रेशर बनाया गया, सुविधा सहूलियत देने का प्रलोभन दिया गया, डराया - धमकाया गया, वोटर्स / मेंबर्स लिस्ट देने से ऑफिस स्टाफ को रोका गया, अभद्र शब्दों के साथ कैंडिडेट को वोटर्स लिस्ट न देने का कानून बताया गया कि, चुनाव से हट जाये. इरफान का कहना है कि जनरल सेक्रेटरी दिलीप दलवी द्वारा अपनी पोस्ट और पावर का दुरूपयोग करते हुए इलेक्शन के नियमो का उलंघन किया गया. इलेक्शन के नियमानुसार उनकी उम्मीदवारी निरस्त होनी चहिये. मैंने इलेक्शन अफसर से कैंडिडेट दिलीप दलवी की शिकायत की किन्तु इन्साफ नहीं मिला. दिनांक 10 जुलाई को सर्वश्री संग्राम सिंह शिरके, धरमिंद्र मेहरा, रविन्द्र अरोड़ा और रामा मेहरा के साथ भी मीटिंग हुई.
 दिलीप दलवी द्वारा चुनाव के नियम का उलंघन करने की बात स्वीकारते हुए सबने उसकी तरफ से माफ़ी मांगने की बात की और उनकी अयोग्यता पद - पावर के दुरूपयोग पर अपने ग्रुप के कैंडिडेट दिलीप दलवी की उम्मीदवारी के निरस्तीकरण पर सभी खामोश रहे. साथ ही इन्साफ माँगने और शिकायत वापस न लेने की बात पर ब्लैकमेल करने का इरफ़ान पर आरोप लगाया. उनके अनुसार दिनांक 9 जुलाई को दी गयी शिकायत का निस्तारण न करके 12 जुलाई को इलेक्शन ऑफीसर ने स्टेटमेंट रिकॉर्ड करने का ड्रामा किया. अपनी अंग्रेजी की हैंडराइटिंग में लिखकर उसपर भी दस्तखत कराये और लिखित रूप से माँगने के बावजूद अभी तक स्टेटमेंट की कॉपी को नहीं दी.
 इरफान का कहना है कि इलेक्शन के नियमानुसार दिलीप दलवी की उम्मीदवारी निरस्त होनी चाहिए और मेरा एसोसिएट क्लास मेंबर के रूप में निर्विरोध चयन किया जाना चहिये, लेकिन आज तक उचित कार्यवाही नहीं की गयी. मैंने लीगल नोटिस देकर 24 घंटे के अंदर जवाब भी मांगा है. कम्प्लेन और नोटिस की कॉपी मुंबई पुलिस और चैरिटी कमिश्नर को भी भेज दी है कि, पदाधिकारी और इलेक्शन अफसर सभी दिलीप दलवी का बचाव कर रहे है और चुनाव के लिए दिनांक 27 जून से 6 जुलाई तक 572/ रुपये में सैकड़ों मेम्बरशिप सिर्फ अपने निजी लाभ के लिए अपडेट कराये हैं, उनको वोट देने का अधिकार न दिया जाये.
 दुखी होकर इरफान ने बताया कि न्याय न मिलने के कारण मैं मुंबई उच्च न्यायालय से WIFPA (विफपा ) के 19 जुलाई 2019 को होने वाले चुनाव पर स्टे लेने को विवश हो गया हूँ.

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