फ़िल्म ' रिफ्यूजी ' में जावेद अख्तर लिखित मधुर गीत ' पंछी नदियाँ पवन के झौंके , कोई सरहद न इसे रोके ' अनु मलिक की संगीत से सजी कर्णप्रिय लगी । संगीत की भी कोई सीमा नहीं होती । भारत देश में संगीत का विशेष महत्व रहा है । देशी के साथ विदेशों की संगीत को भी भारत में खास दर्ज़ा मिला है ।
पड़ोसी देश पाकिस्तान ने हमेशा भारत को नुकसान पहुंचाया है मगर वहाँ की गीत संगीत और कलाकारों को हमनें हमेशा सम्मान दिया है । हमारा एक और पड़ोसी देश नेपाल जो कि एकमात्र हिन्दूराष्ट्र है वहाँ की धरती में जन्मा दीपक बज्राचार्य आज पूरे विश्व में अपनी गायकी से लोगों का दिल जीतकर कामयाबी की राह पर अग्रसर है ।
यूट्यूब के माध्यम से भारत में भी दीपक की लोकप्रियता बढ़ी है ।
डीजीट्यून्स के संस्थापक निखिल पंचमिया बॉलीवुड में निर्माता हैं जो नई प्रतिभाओं को प्रमोट करने रुचि दिखाते हैं । दीपक बज्राचार्य की प्रतिभा पर भी उनकी नज़र पड़ गयी है और अब वह दीपक की संगीत प्रतिभा को भारत के कोने कोने रोशनमय करने की योजना बनाये हैं ।
निखिल का कहना है कि दीपक अपनी मिट्टी की खुशबू बिखेरते हैं जिससे श्रोताओं को एक अलग अनुभूति प्राप्त होती है ।
इनके गीत ' मन का मगन , काली काली , ओ अमीरा ' ने लोकप्रियता का नया कीर्तिमान स्थापित किया है ।
लाइव शो में दीपक स्वयं गिटार थामे रहते हैं और ग्रुप के सदस्य ढोल , पखवाज और डमरू जैसे लोकवाद्यों के साथ साथ विदेशी धुन भी प्रस्तुत करते हैं जिससे श्रोतागण झूमने पर मजबूर हो जाते हैं । दीपक के गीतों में भारतीयता को अपील करने के सभी तत्व होते हैं इसीलिए हमारी संगीत कंपनी उन्हें प्रमोट करने जा रही है ।
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