Monday 12 November 2018

चंद्रशेखर आज़ाद की शौर्य गाथा है ' राष्ट्रपुत्र '




 पिछले कुछ वर्षो में देशभक्ति थीम पर आधारित फ़िल्मो के निर्माण का चलन कम  हो गया है । ऐसे में भारतीय सिनेमा के सबसे प्रतिष्ठित स्टूडियो बॉम्बे टॉकीज़ द्वारा निर्मित चंद्रशेखर आज़ाद के आधारित फ़िल्म राष्ट्रपुत्र एक साहसिक फ़िल्म है जो चंद्रशेखर आजाद के शौर्य को आज के यूवाओ से परिचित कराती है साथ ही फिल्म अहम् सन्देश देने में क़ामयाब है कि देश को आज भी आज़ाद के विचारोँ की अहम् जरुरत है।  
फिल्म की कहानी फ्लैशबैक में देश के स्वतंत्रता संग्राम के समय से  शुरू  होती है जहाँ पर चंद्रशेखर आजाद के नेतृत्व में देश के युवा आजादी के लिए अपनी जान हसकर कुर्बान करने के लिए तैयार है।  
फ़िल्म में दूसरा हिस्सा आज के नायक आजाद देश में फैले नशे के काले व्यपार को ख़त्म करने के लड़ाई है। इस लड़ाई में आज़ाद के सामने सुल्तान ( रजा मुराद ) , सतवीर ( जाकिर हुसैन ) और नेपाली ( मनीष चौधरी ) जैसे देश विरोधी शक्तियां है।  आजाद के बारे में किसी को कुछ भी पता नहीं है। शहर के नामी उद्योगपति दिलीप सिंघानिया की बेटी रिया लापता है । पुलिस और प्रशासन उसकी खोज में लगे है जबकि रिया इस समय आज़ाद और उसके दोस्तों के साथ खुश है  अपने बड़े बंगले और रईस माँ बाप के बीच ख़ुशियों से वंचित रिया आज आज़ाद के दोस्तों के प्यारभरी दुनिया में बहुत खुश है रिया आज़ाद से बताती हैकि व्यस्त बिजनेसमैन पिता और किटी पार्टी में व्यस्त माँ  बीच में वह हमेशा खुद को अकेली पाती थी ।  आज़ाद को अपने दुश्मनों को ख़त्म करना है जिनके इरादे नेक नहीं है क्या आज आज़ाद अपने मकसद में क़ामयाब होते है इसके लिए आपको सिनेमाहॉल में यह फिल्म देखनी होगी ।
अभिनय की बात करें तो आज़ाद और चंद्रशेखर आज़ाद की भूमिका में आज़ाद अपने अभिनय की छाप छोड़ने मे कामयाब रहते है।  चंद्रशेखर आज़ाद का व्यक्तिव्त बहुत बड़ा था उन्हें परदे पर निभाना एक बहुत बड़ी चुनौती है आजाद ने परदे पर उन्हें जीवंत कर दिए है फिल्म के एक दृश्य में जब भगत सिंह सहित अन्य क्रन्तिकारी मित्रों के सम्बोधन का दृश्य बेहद प्रभावशाली बन पड़ा है। आधुनिक आज़ाद की भूमिका में भी उनका अभिनय सहज है । नकारात्मक किरदार में सुल्तान ( रजा मुराद ) और मनीष चौधरी ( नेपाली ), की भूमिका उल्लेखनीय है ।
यह फिल्म आज के दर्शको को देशप्रेम के मूल्यों से परिचित कराएगी। हालांकि फ़िल्म में एक्शन दृश्य और बैकग्रॉउण्ड संगीत फिल्म के अन्य तकनिकी की तुलना में कमजोर है ।

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