0
तीन दिवसीय शिविर में बच्चों को मिला नैतिक शिक्षा, आत्मिक शांति और जीवन मूल्यों का अनुपम संगम

वसई। मानव उत्थान सेवा समिति शाखा वसई द्वारा दिनांक 30 मई से 1 जून 2025 तक आयोजित तीन दिवसीय समर कैंप श्री हंस विजय नगर आश्रम, एवरशाइन नगर, वसई पूर्व में अत्यंत उत्साहपूर्वक और सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। शिविर का मुख्य उद्देश्य बच्चों के नैतिक, मानसिक और शारीरिक विकास के साथ-साथ उनमें आध्यात्मिक जागरूकता उत्पन्न करना था।

समर कैंप के प्रथम दिवस बच्चों ने संत-महापुरुषों के सत्संग में भाग लिया, जहाँ उन्हें 5 नैतिक नियमों का ज्ञान दिया गया। रात में प्रार्थना और नाम-जप के माध्यम से उन्हें आत्मिक शांति का अनुभव कराया गया।

द्वितीय दिवस की शुरुआत योग, ध्यान और ट्रैकिंग से हुई जिससे बच्चों की शारीरिक जागरूकता को बल मिला।
इसके बाद "दुनिया को युद्ध से कैसे बचाएं" विषय पर आधारित सृजनात्मक गतिविधि द्वारा बच्चों में प्रस्तुतीकरण, संवाद कला और टीम भावना का विकास किया गया।

दोपहर के सत्र में भारतीय नौसेना अधिकारी ने बच्चों को आपातकालीन स्थितियों जैसे युद्ध, आग, प्राकृतिक आपदाओं और प्राथमिक उपचार से सुरक्षित रहने की उपयोगी जानकारी दी।
महात्मा आचार्यनंद जी द्वारा लिया गया सत्संग बच्चों के लिए अत्यंत प्रेरणादायक रहा, जिसमें उन्होंने शिक्षा और जीवन मूल्यों की महत्ता को उजागर किया।

शाम को प्राकृतिक कला और बाह्य गतिविधियों के माध्यम से बच्चों की रचनात्मकता को प्रोत्साहित किया गया, और रात्रि में भगवान श्रीकृष्ण की गुरुकुल सेवा लीला का मंचन कर उन्हें गुरु और माता-पिता की सेवा भावना से जोड़ा गया।

तृतीय दिवस में नाश्ते के बाद खो-खो और म्यूजिकल कुर्सी जैसे खेलों द्वारा टीम भावना को बल मिला।
अंत में टॉवर मेकिंग एक्टिविटी (Tower Making Activity) के माध्यम से बच्चों में समूह कार्य, नेतृत्व और प्रस्तुतीकरण कौशल का विकास किया गया।

यह समर कैंप युवा बच्चों के जीवन में नैतिकता, सेवा और आत्मिक जागृति की अमिट छाप छोड़ गया है।

Post a Comment

 
Top