मुंबई। फायर एंड सिक्योरिटी इंडिया एक्सपो (FSIE) के उद्घाटन दिवस में 4,000 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया और उद्योग में नवीनतम नवाचारों का प्रदर्शन किया गया। इस कार्यक्रम की सह-मेजबानी नोवा एग्जीबिशन और कॉन्फ्रेंस और फायर एंड सेफ्टी एसोसिएशन ऑफ इंडिया (FSAI) द्वारा की गई, जिसमें सरकारी अधिकारियों, उद्योग के नेताओं और विशेषज्ञों सहित विभिन्न हितधारकों को एक साथ लाया गया।
एक्सपो की भव्य उद्घाटन के अवसर पर महाराष्ट्र के राहत और पुनर्वास और आपदा प्रबंधन मंत्री अनिल भाईदास पाटिल की उपस्थिति रही। श्री पाटिल की उपस्थिति ने पूरे देश में अग्नि, सुरक्षा और सुरक्षा उपायों को बढ़ाने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया। इसके अतिरिक्त, उद्घाटन सत्र को सजाने वाले गणमान्य व्यक्तियों में MIDC के मुख्य अग्नि अधिकारी और सलाहकार और MFS के निदेशक संतोष वारिक, मुंबई फायर ब्रिगेड के मुख्य अग्नि अधिकारी रविंद्र अंबुलगेकर, रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष राजमल नाहर, FSAI के अध्यक्ष सुरेश मेनन और FSIE के निदेशक सिद्धार्थ साराफ शामिल थे।
इलेक्ट्रिक वाहन (EV) सुरक्षा के महत्वपूर्ण मुद्दे को संबोधित करते हुए, महाराष्ट्र फायर सर्विसेज ने IIT गांधीनगर के सहयोग से 20 से अधिक राज्यों के अग्नि अधिकारियों के लिए एक विशेष कार्यशाला आयोजित की, जिसमें सुरक्षा कर्मी, नौकरशाह, सलाहकार और अन्य उद्योग हितधारक शामिल थे। कार्यशाला में ईवी आग से उत्पन्न चुनौतियों और रोकथाम और शमन रणनीतियों पर चर्चा की गई।
एक्सपो में एक व्यापक सुरक्षा सम्मेलन भी शामिल था, जिसमें जोखिम शमन में नवीनतम रुझानों और सर्वोत्तम प्रथाओं पर चर्चा की गई।
160 से अधिक प्रमुख ब्रांडों ने अपने नवीनतम उत्पादों और समाधानों का प्रदर्शन करते हुए, एक्सपो ने उद्योग की प्रगति का व्यापक अवलोकन प्रस्तुत किया। अपनी प्रभावशाली उपस्थिति और विविध प्रस्तावों के साथ, फायर एंड सिक्योरिटी इंडिया एक्सपो ने खुद को उद्योग के लिए एक प्रमुख मंच के रूप में स्थापित किया है। इस कार्यक्रम ने नवीनतम प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन किया, ज्ञान साझा करने को बढ़ावा दिया और प्रमुख हितधारकों के बीच नेटवर्किंग के अवसरों की सुविधा प्रदान की।
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