मुंबई उत्तर पश्चिम जिला में शिवसेना बनाम शिवसेना
मि.प. ब्यूरो / मुंबई
आखिरकार लोकसभा चुनाव की तैयारियों के बीच, शिवसेना अध्यक्ष तथा सीएम एकनाथ शिंदे ने मुंबई उत्तर पश्चिम जिला में अपने उम्मीदवार के रूप में विधायक रविंद्र वायकर की आज आधिकारिक घोषणा कर दी है। जिसके बाद इस क्षेत्र में शिवसेना बनाम शिवसेना के बीच यह चुनावी संघर्ष और भी रोचक हो गया है। क्योंकि यहां रवींद्र वायकर के द्वारा ही तैयार किए गए उम्मीद अमोल किर्तिकर उनके विरोध में उद्धव गुट से खडे हैं।
गौरतलब है कि रविंद्र वायकर के नामांकन की घोषणा ने शिवसेना के कई कार्यकर्ताओं और समर्थकों में उत्साह का संचार किया है। वायकर के पूर्ववर्ती कार्यकाल में जोगेश्वरी में प्रगति के कई क्षेत्रों में सुधार हुआ है, जिसने उन्हें जनसमर्थन की मजबूती दिखाई है। बता दें कि इस क्षेत्र में वायकर 4 बार नगरसेवक और 3 बार विधायक का चुनाव जीत चुके हैं। जबकि वे राज्य के गृह निर्माण, शिक्षा एवं कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं।
इसके विपरीत, इस क्षेत्र में संजय निरूपम अथवा फिल्म अभिनेता गोविंदा को पार्टी से टिकट मिलने की अफवाह पर भी विराम लग गया है। वहीं शिवसेना उद्धव गुट के अमोल किर्तिकर भी मुंबई उत्तर पश्चिम जिले में लोकसभा उम्मीदवार के रूप में प्रस्तुत हो रहे हैं। इससे चुनावी मैदान में रोमांच और उत्साह की बातें उचित हैं। खास बात यह है कि उद्धव गुट में रहते हुए रविद्र वायकर ने ही अमोल किर्तीकर को पार्टी से लोकसभा की टिकट दिलवाई थी। अब अचानक शिंदे गुट में शामिल हो जाने के बाद किर्तिकर और वायकर दोनों के बीच आमना सामना काफी रोचक हो गया है।
वायकर की घोषणा के साथ ही, शिवसेना ने अपनी चुनावी रणनीति को और भी मजबूत किया है। उनके प्रतिद्वंद्वी किर्तिकर के विरुद्ध उत्साही उम्मीदवार के रूप में वायकर को प्रस्तुत करने के बाद, पार्टी की नजरें अब चुनावी युद्ध के प्रतिस्पर्धी पर फोकस हैं।
यह घोषणा चुनावी दंगल में नए उत्साह और उम्मीद की भरमार लाने के साथ-साथ मुंबई उत्तर पश्चिम जिले में राजनीतिक गतिविधियों को भी तेजी से गरमा गरमा दिया है। चुनावी मैदान में इस घोषणा का असर देखने के लिए लोगों की उत्सुकता बढ़ रही है।
Post a Comment
Click to see the code!
To insert emoticon you must added at least one space before the code.