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मुम्बई। संगीतकार जीत भादुड़ी संगीत की दुनिया में कई वर्षों से कार्य कर रहे हैं। उन्होंने संगीत को ही अपनी दुनिया बना रखा है। वैसे तो उन्होंने कई गायकों और संगीतकारों के साथ काम किया है। उनका नया गीत 'क्यूँ आज कल' आने वाला है जिसे नई सिंगर सुदक्षिणा दीक्षित ने गाया है। इस गीत को लेकर जीत बहुत उत्साहित है। इस गीत के धुन श्रोताओं को नब्बे के दशक के गीतों की याद दिलाएंगे मगर इसको आधुनिक सांचे में डालकर पिरोया गया है। इस गीत के म्यूजिक कंपोजर जीत भादुड़ी है एवं इस गाने के लेखक और प्रोग्रामर प्रितेश पांडे हैं। 
जीत ने संगीत की बारीकियां अपने अनुभव से सीखी है। जीत भादुड़ी को संगीत में पारंगत बनाने और संगीत के प्रति उनका रुझान लाने का श्रेय संगीतकार प्रीतम का है। श्री प्रीतम बांग्ला के प्रसिद्ध संगीतकार हैं। जीत और श्री प्रीतम ने साथ में मिलकर कई म्यूजिक कंपोज किये हैं। जिसे संगीत के क्षेत्र में श्रीप्रीतम जीत के नाम से जाना जाता है। म्यूजिक एलबम 'खुशनुमा', 'ओ यार तुझसे जिंदगी', 'जय जय गणेश देवा', 'तेरे लिए' और 'आंखों में तुम' के श्रीप्रीतम जीत ही म्यूजिक कंपोजर हैं। इन गीतों के लेखक एस राज भारती हैं। कोलकाता में रहने वाले नीलाभ ठाकुर ने भी इनकी काफी सहायता की और इन्हें संगीत के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया। फिल्म जगत के कई प्रसिद्ध गायकों ने इनके बनाये गीतों में आवाज दी है साथ ही साथ जीत नए गायकों को मौका देते हैं। संगीत के साथ इनका विशेष जुड़ाव है। इन्हें गाने सुनना सुखद लगता है और वे हर प्रकार का संगीत सुनते हैं साथ ही उससे प्रेरणा भी लेते हैं। इनके पसंदीदा संगीतकार आर डी बर्मन, एस डी बर्मन, बप्पी लहरी, विशाल शेखर जैसे संगीतकार हैं। संगीत की तरह इन्हें प्रकृति से भी अगाध प्रेम है। खेल में भी रुचि रखते हैं और अभिनेता सलमान खान के बहुत बड़े प्रशंसक है।
'जय माँ दुर्गा' गीत का म्यूजिक जीत भादुडी ने कंपोज किया है और महेश भट्ट जैसे दिग्गज निर्देशक के पसंदीदा संगीतकारों की लिस्ट में जीत का भी नाम है। जल्द ही रवि रावन कथूरिया द्वारा निर्मित गीत में संगीत जीत भादुडी का होगा। अभिनेता शरद कपूर भी जीत के हितैषी है। जीत का कहना है कि हमें जीवन में सदा सीखते रहना चाहिए कभी हार नहीं माननी चाहिए। यदि कुछ समझ ना आये तो अपने हितैषी की सलाह माननी चाहिए। अपने कार्य को लगन और मेहनत से करोगे तो सफलता अवश्य मिलेगी। इसके साथ साथ हमें अपने काम में नयापन लाना भी जरूरी है समय और माहौल के अनुसार अपने काम में निखार लाना आवश्यक है।

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