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मुम्बई। बकाए मेहनताने का भुगतान नहीं करने पर मैसर्स लव फिल्म्स के निमार्ताओं के खिलाफ सिनेमा जगत में काम करने वाले दिहाड़ी मजदूरों ने स्वेच्छा से असहयोग करने की चेतावनी दी है। अभिनेता रणवीर कपूर और अभिनेत्री श्रद्धा कपूर अभिनीत फिल्मकार लव रंजन की अनाम हिंदी फिल्म के सेट लगाने का काम कराने के बाद इन दिहाड़ी मजदूरों का कुल बकाया राशि 1 करोड़ 22 लाख 81 हजार 986 रुपए लव फिल्म्स द्वारा अब तक भुगतान नहीं किया गया है। इस बावत दिहाड़ी मजदूर अपने बकाए पैसे के लिए फिल्म स्टूडियो सेटिंग एंड अलाइड मजदूर यूनियन पहुंचे तो यूनियन ने लव फिल्म्स तथा सरकार और पुलिस एवं श्रम आयुक्त को इस बावत पत्र लिखा मगर इस पत्र पर कोई ठोस पहल नहीं की गई है।

फिल्म स्टूडियो सेटिंग एंड अलाइड मजदूर यूनियन के जनरल सेक्रेटरी गंगेश्वरलाल श्रीवास्तव के मुताबिक फिल्मकार लव रंजन के प्रोडक्शन हाउस लव फिल्म्स ने अपने प्रोजेक्ट के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे दिहाड़ी मजदूरों के शोषण की सारी हदें पार कर दी हैं। श्रमिकों को लगभग एक साल से उनका भुगतान नहीं किया गया है, जबकि इन मजदूरों को दैनिक आधार पर भुगतान किया जाना चाहिए। गंगेश्वरलाल श्रीवास्तव ने कहा है कि अब यह प्रोडक्शन हाउसों की एक नियमित प्रथा हो गई है कि वे प्रोजेक्ट का अनुबंध कला निर्देशक और ठेकेदार तथा उप-ठेकेदार को श्रम शुल्क सहित देते हैं मगर ये लोग श्रमिकों के वेतन का भुगतान नहीं करते हैं। इस मामले में लव रंजन का दावा है कि कला निदेशक तथा ठेकेदार और उप ठेकेदार को पूरी राशि का भुगतान कर दिया गया है, लेकिन उन्होंने यह सुनिश्चित नहीं किया है कि उक्त कला निदेशक, ठेकेदार तथा उप ठेकेदार द्वारा श्रमिकों का भुगतान मंजूरी दे दी गई है। फिल्म निर्माता होने के नाते, श्रमिकों के बकाया को जारी करने की जिम्मेदारी उसके पास होती है। मगर इस प्रोडक्शन हाउस लव फिल्म्स ने अब इस मामले में हाथ खड़े कर दिए हैं और गरीब श्रमिकों के इन लंबे समय से लंबित बकाया देने की जिम्मेदारी लेने से अपने कंधे हटा दिए हैं। जब इस फिल्म से जुड़े दिहाड़ी मजदूर भुगतान मांगने के लिए रॉयल पॉम, मयूर नगर, गोरेगांव (पूर्व) में शूटिंग स्थान पर पहुंचे तो निमार्ताओं ने पुलिस को बुलाया और आरे पुलिस स्टेशन के अधिकारियों ने इस मुद्दे को समझा तथा प्रोडक्शन कंट्रोलर आशीष खटपाल को बुलाया, जिन्होंने उनके समक्ष कला निदेशक दीपांकर दास गुप्ता एवं उप ठेकेदार प्रशांत विचारे को बुलाकर 15 दिनों के भीतर बकाया राशि का भुगतान करने का आश्वासन दिया। लेकिन आज तक भुगतान का भुगतान नहीं किया गया और उसके बाद मजदूर यूनियन ने प्रोडक्शन हाउस को भेजे गए कई पत्रों का कोई संज्ञान नहीं लिया।

 पिछले दिनों प्रोडक्शन हाउस की ओर से फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉयज (एफडब्लूआइसीई) के कार्यालय में यह मामला हस्तक्षेप करने के लिए आया था और प्रोडक्शन हाउस की ओर से आश्वासन दिया गया था कि वह सदस्यों के बकाया का भुगतान करेगा। एफडब्लूआइसीई ने लव फिल्म्स की ओर से आश्वासन मिलने के बाद से दिहाड़ी मजदूरों से फिर से काम शुरू करने का अनुरोध किया लेकिन आज तक लव फिल्म्स द्वारा दिहाड़ी मजदूरों का कोई भुगतान नहीं किया गया।

गंगेश्वर लाल श्रीवास्तव ने कहा है कि हम ऐसे चूककर्ता प्रोडक्शन हॉउस के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग करते हैं जो श्रमिकों को समय पर भुगतान नहीं करते हैं। जब तक प्रोडक्शन हाउस द्वारा हमारे सदस्यों की पूरी बकाया राशि का भुगतान नहीं किया जाता है, तब तक हमारी यूनियन से जुड़े दिहाड़ी मजदूर उक्त निर्माता के साथ स्वेच्छा से सहयोग नहीं करेंगे। ऐसा दिहाड़ी मजदूरों का विचार सामने आया है। हम महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री तथा राज्य के श्रम मंत्री सहित सरकारी अधिकारियों और पुलिस अधिकारियों द्वारा ऐसे डिफॉल्टर प्रोडक्शन हाउसों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने और हमारे सदस्यों के बकाया राशि की तत्काल मंजूरी की मांग करते हैं।

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