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मुम्बई। संगीत की दुनिया में नाम कमाने के लिए कठिन साधना करना पड़ता है। सुरीले स्वर पर श्रोतागण मंत्रमुग्ध हो जाते हैं। सुर से सुसज्जित व्यक्ति ईश्वर की अनुपम कृति हैं। इसी से उनकी कीर्ति जनमानस में छाप छोड़ती है। लोकगीत, भजन, फिल्मी, ग़ज़ल गायक अपने सुरों के दम पर बुलंदी पर पहुंचते हैं, उनके गाये गीत दुनिया में अमर हो जाते हैं। गायकी के क्षेत्र में राधे राधे भी अपनी पहचान बनाने के लिए निरंतर अभ्यास करते हुए संघर्षरत हैं। बॉलीवुड के मशहूर गायक मोहम्मद रफी को अपना आदर्श मानने वाले राधे राधे स्टेज शो में उनके गीतों को गाकर वाहवाही लूटते हैं। झारखंड के चतरा जिला में सिन्दवारा गांव के मूलनिवासी राधे राधे मुम्बई में बीस साल से निवासरत हैं। उनका असली नाम युगेश्वर डांगी है। गायकी की दुनिया में वह अपना परिचय राधे राधे के रूप में देते हैं जिसकी वजह है कि वे भजन कीर्तन और जसगीत पिछले कई वर्षों से कर रहे हैं अतः उनके भीतर भक्तिभाव की छाप पड़ गयी है। राधे बताते हैं कि मुझे बचपन से गायकी का शौक था। शुरुआती दौर में मैं गांव में ही नुक्कड़ नाटकों में गाया करता था। अब तो देश के कई शहरों में स्टेज प्रोग्राम में गायन का सिलसिला जारी है। मुझे संगीत से बेहद लगाव है। यूँ तो मैं सभी गायकों की शैली से प्रभावित रहा हूँ लेकिन रफी साहब के गीतों का मुझपर बड़ा असर पड़ा है। शो में मैं उनके गीतों को ज्यादा गाता हूँ। आज के दौर में अरिजीत सिंह कमाल के गायक हैं। मुझे ग़ज़ल भी पसंद है और समय समय पर इसे भी अपनी गायन सूची में शामिल करता हूँ। बॉलीवुड की फिल्मों में गायकी के लिए मेरी ख्वाहिश रही है जो कि अब निर्देशक कृष्णा चौहान के बदौलत संभव होने जा रहा है। कृष्णा जी ने अपने बैनर गोरखनाथ मूवीज के अंतर्गत बन रही अलबम में दो गीत गाने का अवसर प्रदान किया है। अभी हाल ही में 'सब हमपे मरे तो मैं क्या करूँ' और 'मेरे प्रीतम' गीत को गाकर आत्म संतुष्टि मिली है। इन दोनों गानों के वीडियो में भी कृष्णा चौहान ने मुझे अभिनय करवाये हैं जिससे मैं बहुत उत्साहित हूं। इस अलबम के रिलीज को लेकर मैं बड़ी बेचैनी से श्रोताओं की प्रतिक्रिया का इंतज़ार कर रहा हूँ।

गोरखपुर यूपी के कृष्णा चौहान के बारे में बता दें कि वे सत्रह वर्षों से मायानगरी मुम्बई में फिल्ममेकिंग का अनुभव हासिल करने में जुटे हैं। उन्होंने सामाजिक मुद्दे पर एक शॉर्ट फिल्म बनाई थी जिसे पुरस्कार मिल चुका है। शीघ्र ही उनके निर्देशन में बनने जा रही दो हिंदी फिल्मों की शूटिंग मुम्बई, प्रयागराज, लखनऊ और कानपुर में होने की संभावना है।

कृष्णा बॉलीवुड अवार्ड शो के भी आयोजक हैं। उनकी अगुआई में 2019 में बॉलीवुड लीजेंड अवार्ड और जनवरी 2020 में बॉलीवुड आइकॉनिक अवार्ड का आयोजन अंधेरी, मुम्बई में हो चुका है जहां फ़िल्म और टीवी जगत के दिग्गज कलाकारों व तकनीशियनों को सम्मानित किया गया। अब उनका तीसरा 'लीजेंड दादा साहेब फाल्के अवार्ड शो 2020' फाइनल स्टेज पर है। इसके लिए कई नामचीन हस्तियों को आमंत्रित किया जा रहा है।

- संतोष साहू

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