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मुंबई : महाराष्ट्र प्रदेश में थाणे जिला मिराभाईंदर शहर की रहिवासी सुशीला गुप्ता एक मध्यमवर्गीय महिला है। वे सदैव तैलिक समाज के साथ साथ अन्य समाज के जरूरतमंद लोगों के लिए कुछ ना कुछ सहयोग कार्य करती रहती हैं। वे अपने लोगों को विभिन्न प्रकार की सेवाएं देती हुए उनके साथ खड़ी रहती है इन्ही कारणों से वे अपने तेली समाज के लोगों के दिलो में भी अपनी जगह बना पाने में कामयाब रही है।  

 अपने समाज के हित मे निस्वार्थ भाव से काम करना उन्हें पसंद है। समाज व देश की प्रगति से ही हमारी उन्नति होती है, ऐसे विचारधाराओं को लेकर समाज हित और देश हित कार्यो में सदैव उनकी रूची बनी रहती है।

 भारतीय तैलिक साहू राठौर महासभा संस्था की महाराष्ट्र ठाणे जिला की महिला अध्यक्ष के तौर पर सुशीला गुप्ता कार्य कर रही हैं। यह संस्था आज पच्चीस राज्यों में जोर शोर से कार्य कर रही है। इस संस्था के संस्थापक और राष्ट्रीय संरक्षक रामनारायण साहू (बाबूजी) हैं। इस संस्था द्वारा सुशीला गुप्ता को मान सम्मान और वरिष्ठ समाजसेवकों का मार्गदर्शन मिला है और वे निस्वार्थ भाव से संस्था में अपनी मेहनत, लगन और उत्साह के साथ समाज और महिलाओं के विकास का कार्य कर रही है। 

उनका कहना है कि जब तक इस संस्था में महिलाओं को मान सम्मान मिलेगा, महिलाओं को उनकी योग्यता के अनुसार स्थान मिलता रहेगा, महिलाओं को आगे बढ़ने का मौका मिलता रहेगा तब तक संस्था को अपना सहयोग देती रहूँगी और समाज में स्वजातीय बंधुओं के साथ मिलकर समाज हित कार्यो मे अपना योगदान देती रहूँगी।

 स्वजातीय बंधुओं विशेषकर महिलाओं को एक छत्र छाया तले लाना, जागरूक करना, एक विचार, एक राह, एकजुट होकर चलना, एक मंजिल, एक लक्ष्य पर समाज हित कार्य करना, समाज के प्रति अपने दायित्वों को समझाना आदि उद्देश्यों से   समाज कार्य करना ही मेरी सदैव तमन्ना और कोशिश रहती है। इसीके परिणामस्वरूप देखते ही देखते समाज की एक बड़ी फौज खड़ी हो गई उसमें महिला वर्ग, पुरुष वर्ग और युवा वर्ग सभी  सम्मलित हुए, यह मेरे लिए बहुत खुशी की बात है क्योंकि यह मैने सिर्फ परिश्रम और व्यवहार से ही पाया है। मैंने संस्था के वरिष्ठ पदाधिकारियों की सहमती से करीब डेढ़ सौ लोगों को अलग अलग जिम्मेदारियों का पद देकर नियुक्ति किया है। मैं अपना सौभाग्य समझती हूँ कि महिला हो या पुरुष हो, युवा वर्ग हो या फिर हमारे परिवार के लोग हो, सभी से मुझे अपार प्रेम व सम्मान मिला है। यही कारण है कि मेरी कार्य करने की शक्ति में ऊर्जा मिल रही है। मेरा मानना है कि राजनीति पार्टी हो या समाज नीति संस्था हो, हमें फल की इच्छा किए बिना निस्वार्थ भाव से मेहनत, ईमानदारी और लगन के सेवा कार्य करने चाहिए। साथ ही अपना स्वाभिमान बनाये रखना चाहिए।

 मेरे समाज की बहनों का भी इसमें बहुत बड़ा योगदान है। मैं उन्हें भी धन्यवाद दूंगी और उन सबको साथ लेकर समाज के बंधुओं के साथ कंधे से कंधा मिलाकर समाज हित कार्य करुँगी।

स्थान बड़ा हो या छोटा परंतु मेरा कार्य करने का मकसद है कि समाज में सभी को समान अधिकार मिले, शिक्षा पर अधिक से अधिक जोर दिया जाए। किसी बेटी के पिता पर दहेज का बोझ न लादा जाए, महिलाओं को अपनी इच्छानुसार जीने का अधिकार मिले, महिलाएं अपने अधिकारों और प्राप्त आजादी का गलत उपयोग न करें, स्त्री सर्वप्रथम अपने मान सम्मान और इज्जत को ध्यान में रखते हुए परिवार हित, समाज हित और देश हित कार्य करें।

सुशीला गुप्ता ने विचार सेवा समिति मंच, जिवतिया कार्यक्रम, छठ पुजा कार्यक्रम, स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस के कार्यक्रमों आदि विभिन्न कार्यक्रमों में लोगों से अनुपयोगी वस्तुओं को लेकर उन अनुपयोगी वस्तु को किसी जरूरतमंद के लिए उपयोगी बनाना, जरुरतमंदों की आर्थिक और सामाजिक सहायता करना, निर्दोषों का सहयोग करना इत्यादि समाज सेवा कार्य कर रही हैं।


- गायत्री साहू

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