0


मुम्बई। जलोटा वेलफेयर फाउंडेशन के 12 वें ग्लोरी अवॉर्ड्स 2020 का शानदार आयोजन 21 जनवरी 2020 की शाम को मुंबई के नेहरू सेंटर में भव्य ढंग से किया गया जहां न सिर्फ पुरस्कार दिए गए बल्कि एक यादगार संगीतमय शाम की प्रस्तुति भी की गई। जहां खुद अनूप जलोटा ने भी अपनी आवाज़ का जादू बिखेर कर श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया।
जलोटा वेलफेयर फाउंडेशन के इस वार्षिक पुरस्कार समारोह में भजन सम्राट पद्मश्री पंडित पुरुषोत्तमदास जलोटा संगीत सेवा पुरस्कार प्रसिद्ध शास्त्रीय युगल गायकों उस्ताद दिलशाद खान और पद्मभूषण बेगम परवीन सुल्ताना को दिया गया।
बेगम परवीन सुलताना ने अवॉर्ड लेने के बाद कहा कि पुरुषोत्तम दास जलोटा जी को हम चाचा जान कहा करते थे। हम दोनों को वह बहुत आशीर्वाद देते थे। उनका नेचर ऐसा था कि वह किसी कलाकार को तकलीफ में नहीं देख सकते थे। मैं आसाम की हूं, अपने पिता जी की वजह से मैं आज इस मुकाम पे हूं। आज मैंने काफी यंग टैलेंट को सुना। मैं उनसे कहूंगी कि वे रियाज़ जारी रखें। गुरु का आशीर्वाद लेना जरूरी है। अपने आप को हमेशा आइने में देखें, खूब मेहनत करें। अच्छा खाना खाएं और अच्छा गाना सुनना नए गायकों के लिए जरूरी है।
पद्मश्री डॉ रवींद्र जैन बहुमुखी प्रतिभा पुरस्कार प्रसिद्ध पार्श्व गायिका पद्मश्री साधना सरगम को दिया गया। 12 वें ग्लोरी अवॉर्ड्स 2020 से गायिका साधना सरगम को नवाजा गया और उन्हें शाल, प्रशस्ति पत्र दिया गया साथ ही एक लाख रुपए का चेक भी दिया गया।
इस अवॉर्ड को लेने के बाद साधना सरगम ने कहा, चूंकि यह पुरस्कार रविन्द्र जैन जी के नाम से जुड़ा है इसलिए यह अवॉर्ड मेरे लिए बहुत खास हो जाता है। आज बहुत खुशी हो रही है यह सम्मान मुझे मिला यह मेरे लिए बहुत बड़ा सम्मान है। पद्मश्री रविन्द्र जैन जी महान संगीतकार, गीतकार थे उनके नाम से सम्मान मिलना मेरे लिए बड़ी बात है। उनके संगीत निर्देशन में गाना मेरे लिए लरनिंग एक्सपीरिएंस रहा। मैं अपने तमाम संगीतकारों, माता पिता, गुरुओं और अनूप जलोटा जी की शुक्रगुजार हूं।
श्रीमति मेधा जलोटा श्रेष्ठतम मेधावी नृत्यांगना पुरस्कार प्रतिभाशाली नर्तक श्री आनंद साचिदानंदन और सुश्री साजी मेनन को सौंपा गया।
भजन महर्षि पंडित हरिओम शरण भक्ति संगीत पुरस्कार प्रसिद्ध भजन गायक शर्मा बंधु (श्री राम दरबार गायक) को दिया गया।
शर्मा बंधुओं ने कहा कि सबसे बड़े भाई पहले मुंबई आए थे, फिर दो साल बाद दूसरे भाई और उसके बाद तीसरे और चौथे भाई मुंबई आए। इस तरह हमारी यात्रा को पचास साल पूरे हो गए। पिता जी कहते थे कि ज़िन्दगी में सुख शांति के लिए जीवन को सुर में रखना चाहिए। अनूप जी दुनिया को सुरीला बनाने का प्रयत्न कर रहे हैं। अनूप जलोटा ने हमें इतना सम्मान और स्नेह दिया जिसके लिये हम उनके शुक्रगुजार हैं। हम अनूप जी के पिता जी से भी एक बार मिले थे।
इस प्रोग्राम में "सूरज की गर्मी से" गाकर शर्मा बंधुओ ने तमाम श्रोताओं को भक्तिमय कर दिया।
पद्मश्री डॉ अनूप जलोटा और उनके शिष्यों ने कार्यक्रम में अपनी आवाज़ में शमा बांधा। यह शो हिंदुजा फाउंडेशन, दिलीप पीरामल, कमलेश सोनवाला, राजेश कपाड़िया, प्रताप नायर, वासु श्रॉफ, रीना मेहता, श्रीमती संध्या विकास मितरसैन, श्रीमती रानी पोद्दार, रेखा मेहता और ब्राइट आउटडोर द्वारा प्रायोजित किया गया। इस समारोह में प्रवेश नि:शुल्क था जिसके फलस्वरूप दर्शकों की भारी संख्या देखी गई। कार्यक्रम का सुरभि सलोनी मीडिया पार्टनर रहा तथा कार्यक्रम की व्यवस्था तथास्तु प्रोडक्शंस द्वारा किया गया था।

Post a Comment

 
Top